दिल्ली पुलिस ने पांच साल बाद पकड़ा 'मुर्गा', चल रहा था फरार; इसी वर्ष फरवरी में घोषित किया था भगोड़ा
दिल्ली के राजौरी गार्डन थाना क्षेत्र में हत्या के प्रयास के मामले में भगोड़ा घोषित बदमाश मोनू उर्फ मुर्गा उर्फ भाटड़ा को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किय ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजौरी गार्डन थाना क्षेत्र में हत्या के प्रयास के मामले में भगोड़ा घोषित बदमाश को क्राइम ब्रांच की टीम ने दबोच लिया है। इसकी पहचान रघुबीर नगर के मोनू उर्फ मुर्गा उर्फ भाटड़ा के रूप में हुई है जो पहले भी हत्या की कोशिश, दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट जैसे अलग-अलग चार आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
2021 में राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में उसे गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के लगभग दो महीने बाद उसे कोर्ट से जमानत मिल गई। मामले की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई थी, लेकिन आरोपित ट्रायल के दौरान कभी भी कोर्ट में पेश नहीं हुआ और इसी वर्ष फरवरी में उसे कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था।
उपायुक्त के मुताबिक, आरोपित को पकड़ने के लिए एसीपी गिरीश कौशिक की देखरेख में और इंस्पेक्टर संदीप तुशीर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी। टीम ने आरोपित के छिपने की जगहों से स्थानीय जानकारी इकट्ठा की गई।
इस दौरान पता चला कि गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपित ने अपना पता बदल लिया है और दिल्ली के विष्णु गार्डन में कहीं छिपा हुआ है। हेड कांस्टेबल सोहित दहिया से मिली एक खास जानकारी के आधार पर टीम ने उसे गुरु नानक इलेक्ट्रिकल्स, विष्णु गार्डन के पास छापेमारी करते हुए दबोच लिया।
ऐसे मिला था 'मुर्गा' नाम
पूछताछ में पता चला कि वर्ष 2015 में, उसके खिलाफ पहली बार हमला करने और एक महिला के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था। उसी साल, उसने एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न किया और उसके खिलाफ दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट के तहत एक और मामला दर्ज किया गया। उसे फिर से गिरफ्तार किया गया।
वह मुर्गियां बेचता था और वहीं से उसे 'मुर्गा' नाम मिला। साल 2018 में, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक व्यक्ति को चाकू मारा और उसके खिलाफ हत्या की कोशिश के तहत मामला दर्ज किया गया। उसे फिर से गिरफ्तार किया गया। बाद में उसे उस मामले में कोर्ट से जमानत मिल गई।

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