छतरपुर, महरौली और वसंतकुंज को मिलेगी जाम से निजात, फ्लाईओवर बनने से सफर में 40 प्रतिशत समय लगेगा कम
दिल्ली के छतरपुर में सौ फुटा रोड पर फ्लाईओवर बनाने की योजना है। पीडब्ल्यूडी ने इसके लिए कंसल्टेंट चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फ्लाईओवर बनने से छतरपुर, महरौली और वसंत कुंज के ट्रैफिक में सुधार होगा और यात्रा का समय 30-40% तक कम हो जाएगा। यह फ्लाईओवर अनुव्रत मार्ग रेड लाइट से डीएलएफ फार्म्स कट तक बनेगा।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। राजधानी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ट्रैफिक दबाव कम करने की दिशा में लोक निर्माण विभाग (PWD) ने बड़ा कदम उठाया है। छतरपुर स्थित संत श्री बाबा नागपालजी मार्ग (एसएसएन मार्ग) यानी 100 फुटा रोड पर फ्लाईओवर निर्माण के लिए व्यवहार्यता अध्ययन शुरू कर दिया है।
यह सड़क दिल्ली के उन मार्गों में शामिल है, जहां दिनभर जाम लगा रहता है। लगभग तीन किलोमीटर लंबा यह फ्लाईओवर अनुव्रत मार्ग रेड लाइट से लेकर डीएलएफ फार्म्स कट तक बनाया जाएगा। यह हिस्सा गुरुग्राम, दिल्ली एयरपोर्ट, वसंत कुंज और महरौली की ओर जाने वाले वाहन चालकों उपयोग में लेते हैं।
लगातार बढ़ते वाहन दबाव और क्रास व मिश्रित ट्रैफिक के कारण छतरपुर के साथ ही अन्य इलाकों में घंटों जाम की स्थिति रहती है। फ्लाईओवर के निर्माण से न केवल छतरपुर, अनुव्रत मार्ग और महरौली के यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि वसंत कुंज-गुरुग्राम मार्ग का यातायात भी सुगम होगा। अनुमान है कि परियोजना पूरी होने के बाद यात्रा समय में लगभग 30 से 40 फीसदी की कमी आएगी।
पीडब्ल्यूडी की आईटीपीओ परियोजना प्रभाग ने इस काम के लिए कंसल्टेंट चयन के लिए ई-निविदा जारी की है। इच्छुक फर्मों को 19 नवंबर दोपहर तीन बजे तक अपने प्रस्ताव ऑनलाइन जमा करने होंगे। कंसल्टेंट को चयन के बाद 210 दिनों (लगभग 6 माह) में रिपोर्ट तैयार करनी होगी।
अधिकारियों के अनुसार यह परियोजना केवल फ्लाईओवर निर्माण तक सीमित नहीं होगी बल्कि इसमें एक इंटीग्रेटेड ट्रांजिट काॅरिडोर विकसित किया जाएगा। कॉरिडोर में फ्लाईओवर, स्लिप रोड, अंडरपास या पैदल पुल का निर्माण किया जाएगा ताकि पैदल यात्रियों को सुरक्षित आवाजाही की सुविधा मिले।
अध्ययन के दौरान क्षेत्र का ट्रैफिक सर्वे, भू-सर्वेक्षण, भवनों और अतिक्रमण का नक्शा, पेड़ों की गणना, संकेतक व संरचनाओं का सर्वे और यूटिलिटी शिफ्टिंग योजना तैयार की जाएगी। साथ ही, आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय लाभों का लागत-लाभ विश्लेषण भी किया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी मंत्री ने जून में किया था इलाके का दौरा
विगत जून में लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने क्षेत्रीय विधायक करतार सिंह तंवर के अनुरोध पर छतरपुर विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया था। उसी दौरान अधिकारियों को क्षेत्र में जाम की समस्या का स्थायी समाधान खोजने का निर्देश दिया गया था।
एसएसएन मार्ग के समानांतर मेट्रो लाइन है इसलिए पीडब्ल्यूडी फ्लाईओवर के डिजाइन को मेट्रो ढांचे से तालमेल में रखने पर विशेष ध्यान देगा ताकि किसी तरह का संरचनात्मक टकराव न हो। इसके साथ ही आसपास के क्षेत्रों में बाजार और धार्मिक स्थलों के कारण सड़क की चौड़ाई कम (27 से 30 मीटर) है जिसे भी रिपोर्ट में ध्यान में रखा जाएगा।

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