एटीसी में तकनीकी गड़बड़ी ने देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर विमानों की उड़ान पर लगाया ब्रेक, 1000 फ्लाइट्स लेट
दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण विमानों की आवाजाही प्रभावित हुई। लगभग 1000 उड़ानें विलंबित हुईं, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। एएमएसएस सिस्टम में गड़बड़ी के कारण उड़ानों के प्लान और रूट को मैनुअल रूप से मैनेज करना पड़ा। एयरलाइंस ने यात्रियों को स्टेटस चेक करने की सलाह दी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। बृहस्पतिवार देर रात एयर ट्रैफिक कंट्रोल से जुड़े एक सिस्टम में आई तकनीकी खराबी ने पहले देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट और फिर इसके बाद अन्य एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही को बुरी तरह प्रभावित कर दिया।
इस गड़बड़ी ने पहले दिल्ली से संचालित होने वाली उड़ानों को प्रभावित किया, लेकिन बाद में इसका असर देश के अन्य एयरपोर्ट पर भी पड़ना शुरु हो गया। अकेले दिल्ली की बात करें तो आईजीआई एयरपोर्ट से सुबह से लेकर शाम सात बजे तक करीब 1000 उड़ानें विलंब की चपेट में थी।
इनमें औसत विलंब एक घंटा दर्ज किया। कई उड़ानें दो से तीन घंटे की देरी से या तो रवाना हुईं या फिर इतनी ही देरी से दिल्ली पहुंचीं। प्रभावित उड़ानों में घरेलू व अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानें शामिल रहीं।
शुरुआत में प्रस्थान बाद में आगमन पर असर
सुबह छह बजे तक आगमन की उड़ानें कमोबेश सामान्य रहीं, लेकिन प्रस्थान की उड़ानों पर देर रात से ही असर दिखना शुरू हो गया। लेकिन रात में आधे से पौने घंटे की देरी से किसी यात्री को विशेष परेशानी महसूस नहीं हुई। लेकिन जैसे जैसे घड़ी की सुई आगे बढ़ती चली गई, असर प्रत्यक्ष रूप से नजर आने लगा।
एक घंटे की देरी सामान्य होने लगी। सुबह छह बजे के बाद तो एक घंटे की देरी सामान्य बात होने लगी। उधर, आगमन की उड़ानों में सुबह दस बजे के बाद से विलंब का प्रत्यक्ष असर नजर आना शुरू हो गया। दिन में दो बजे के बाद आगमन व प्रस्थान दोनों पर असर समान रूप से दिखने लगा।
कैसे हुई समस्या की शुरुआत
समस्या एयर ट्रैफिक कंट्रोल के एएमएसएस (ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम) में गड़बड़ी से शुरु हुई। एएमएसएस हवाई यातायात को नियंत्रित करने का केंद्रीय तंत्र है, जो उड़ानों के प्लान, मौसम की जानकारी और रूट को मैनेज करता है। एएमएसएस में हुई गड़बड़ी के कारण ऑटोमैटिक फ्लाइट प्लान ट्रांसमिशन रुक गया और कंट्रोलर्स को मैनुअल रूप से हर डिटेल एंट्री करना पड़ा।
एएमएसएस में खराबी बृहस्पतिवार रात से ही सामने आने लगी, जिसे तकनीकी टीमों ने तत्काल ठीक करने का काम शुरू कर दिया, लेकिन सुबह के समय सारी कोशिश धरी की धरी रह गई और यह पूरी तरह ठप पड़ गया। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी खराबियां पुराने सिस्टम अपग्रेड की कमी से जुड़ी हो सकती हैं।
सुबह के बाद एयरलाइंसों ने शुरू की एडवाइजरी
देर रात से शुरू हुई गड़बड़ी को एयरलाइंसों ने भी उतनी गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन सुबह जब बे एरिया में प्रस्थान से जुड़ी उड़ानों की कतार लगनी शुरू हुई तो तमाम एयरलाइंस की टीम सक्रिय मोड में आई। इसके बाद एडववाइजरी जारी करने का सिलसिला शुरू हो गया।
इंडिगो, एअर इंडिया, स्पाइसजेट सहित तमाम एयलाइंस ने यात्रियों को एडवाइजरी जारी कर स्टेटस चेक करने की सलाह दी। बाद में एयरपोर्ट अथाॅरिटी ऑफ इंडिया भी एक्टिव मोड में आया और उसने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए एएमएसएस में आई गड़बड़ी को साफ्टवेयर ग्लिच कहा और बताया कि इसे ठीक करने में टीम जुटी हैं।
Departure की 97% और Arrival की 67% उड़ानें लेट
बृहस्पतिवार मध्य रात्रि से शुक्रवार शाम छह बजे तक की बात करें तो प्रस्थान की 97 प्रतिशत उड़ानें विलंबित रहीं। औसत विलंब की अवधि करीब एक घंटा रही।
इसी तरह आगमन की बात करें तो 67 प्रतिशत उड़ानें विलंबित रहीं। औसत विलंब की अवधि करीब 70 मिनट रही। बता दें कि आईजीआई एयरपोर्ट से रोजाना करीब 1500 उड़ानों का संचालन होता है।
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