युवती का बनाया प्राइवेट पार्ट, डॉक्टरों ने लिया इस अंग का सहारा
चिकित्सा क्षेत्र में आए दिन नई-नई तकनीक सामने आ रही हैं। डॉक्टरों ने एक युवती का दूरबीन (लैप्रोस्कोपी) के सहारे उसके आंत से जननांग बनाया है। ...और पढ़ें

नई दिल्ली (जेएनएन)। चिकित्सा क्षेत्र में आए दिन नई-नई तकनीक सामने आ रही हैं, जिसके सहारे डॉक्टर चमत्कार कर जाते हैं। डॉक्टरों ने जन्मजात दुर्लभ बीमारी से पीड़ित एक युवती का दूरबीन (लैप्रोस्कोपी) के सहारे उसके आंत से जननांग बनाया, जिससे वह अब शादीशुदा जीवन जी सकेगी। चिकित्सा जगत में इस तकनीक को वेजाइनोप्लास्टी कहा जाता है।
इस चमत्कार का खुलासा, महिलाओं की बीमारियों पर आयोजित एक दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान हुआ। सम्मेलन में देश से आए गायनोकोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इस तकनीक पर चर्चा की।
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हालांकि सर्जरी के जरिए जननांगों को विकसित करना कोई नई बात नहीं है, लेकिन डॉक्टरों का दावा है कि सर्जरी के लिए उन्होंने जो तकनीक अपनाई वह यहां के लिए नया है। पारंपरिक तरीके से ऑपरेशन में मरीज के त्वचा से डॉक्टर जननांग बनाते हैं।
सम्मेलन को आयोजित करने वाले सनराइज अस्पताल के अध्यक्ष डॉ. हफीज रहमान ने कहा कि इस तकनीक में महिला की छोटी आंत से 14 सेंटीमीटर हिस्सा लेकर वेजाइनोप्लास्टी की गई। आंत की कोशिकाएं इसके लिए ज्यादा मुफीद हैं। यह एक तरह से प्रत्यारोपण ऑपरेशन है।
यही वजह है कि इस तकनीक से ऑपरेशन अधिक सफल होता है, जबकि पुरानी तकनीक सफलता की दर कम है। अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. निकिता त्रेहान ने कहा कि वह युवती मेयर रोकिटांस्की कस्टर हाउसर (एमआरकेएच) सिंड्रोम से पीड़ित थी। यह बहुत दुर्लभ बीमारी है।

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