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    DU और रूस की HSE यूनिवर्सिटी मिलकर बनाएंगे ‘स्पेस मिरर लैब’, शोध में सहयोग को मिला नया आयाम

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 06:46 PM (IST)

    दिल्ली विश्वविद्यालय और रूस की एचएसई यूनिवर्सिटी मिलकर ‘स्पेस मिरर लैब’ की स्थापना करेंगे। यह सहयोग अंतरिक्ष अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के विकास पर केंद ...और पढ़ें

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    एचएसई यूनिवर्सिटी की ओर से रेक्टर डा. निकिता अनिसिमोवा और दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से रजिस्ट्रार डाॅ. विकास गुप्ता स्पेस मिरर लैब के एमयू पर हस्ताक्षर करते हुए। फोटो : डीयू 

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय ने वैश्विक शोध सहयोग को एक नया आयाम देते हुए रूस की प्रतिष्ठित नेशनल रिसर्च यूनिवर्सिटी हायर स्कूल ऑफ इकोनाॅमिक्स (एचएसई यूनिवर्सिटी) के साथ एक महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की है।

    स्टेटमेंट ऑफ कोऑपरेशन पर हस्ताक्षर

    दोनों संस्थानों के बीच स्टेटमेंट ऑफ कोऑपरेशन पर हस्ताक्षर के साथ स्पेस स्पेक्ट्रम में अत्याधुनिक अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए स्पेस मिरर लैब’ की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो गया है। यह साझेदारी न केवल भारत और रूस के वैज्ञानिक सहयोग को मजबूती देगी, बल्कि दिल्ली विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय शोध और नवाचार के क्षेत्र में नई पहचान भी दिलाएगी।

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    अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कदम

    दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह की उपस्थिति में शुक्रवार को हुए हस्ताक्षर समारोह में दोनों संस्थानों ने इस साझा परियोजना को दूरदर्शी और भविष्य उन्मुख बताया। कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि दो मित्र देशों के बड़े शैक्षणिक संस्थानों का साथ आना अनुसंधान के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय कदम है।

    उन्होंने बताया कि प्रस्तावित सहयोग के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय की फैकल्टी आफ टेक्नोलाजी में स्पेस मिरर लैब की स्थापना की जाएगी, जो स्पेस स्पेक्ट्रम में डेटा स्टोरेज, प्रोसेसिंग और ट्रांसमिशन जैसी उन्नत तकनीकों पर केंद्रित होगी।

    अन्य परियोजनाओं पर भी हो रहा विचार

    प्रो. सिंह ने कहा कि यह साइंटिफिक मिरर लैबोरेटरी अकादमिक रिसर्च के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। यह लैब संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, नवाचारों और शैक्षणिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देगी, जिनका लाभ भारत और रूस दोनों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह सहयोग केवल एक परियोजना तक सीमित नहीं है, बल्कि कई अन्य साझा शैक्षणिक पहलें भी पाइपलाइन में हैं, जो आने वाले समय में दोनों विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए नए अवसर खोलेगी।

    बैठक में रहे मौजूद

    इस अवसर पर एचएसई यूनिवर्सिटी की ओर से रेक्टर डाॅ. निकिता अनिसिमोवा और दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से रजिस्ट्रार डाॅ. विकास गुप्ता ने दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान रूस की ओर से वाइस प्रेसिडेंट डाॅ. मनोज शर्मा और अनास्तासिया सर्गेवा उपस्थित रहीं।

    वहीं, डीयू की ओर से डीन ऑफ काॅलेजेज प्रो. बलराम पाणी, एसओएल की डायरेक्टर प्रो. पायल मागो, इंटरनेशनल रिलेशन के चेयरमैन प्रो. नीरा अग्निमित्रा, डीन इंटरनेशनल रिलेशन प्रो. अनिल राय, चेयरमैन कल्चर काउंसिल एवं पीआरओ अनूप लाठर, फैकल्टी आफ टेक्नोलाॅजी के डीन प्रो. संजीव सिंह, डीन अकादमिक प्रो. के. रत्नाबली सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

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