Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जापान दूर करेगा मध्य और उत्तरी दिल्ली में पेयजल संकट, 24 घंटे पानी की परियोजना पर खर्च होंगे 2400 करोड़

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 07:35 PM (IST)

    दिल्ली के मध्य और उत्तरी क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए 2400 करोड़ रुपये की परियोजना शुरू की जाएगी। चंद्रावल जल शोधन संयंत्र की क्षमता बढ़ाई जाएगी, पुरानी पाइपलाइनें बदली जाएंगी, और नए जलाशय बनाए जाएंगे। इस परियोजना से लगभग 22 लाख उपभोक्ताओं को लाभ होगा और 24 घंटे पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। चंद्रावल जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) से जुड़े मध्य और उत्तरी दिल्ली में पेयजल आपूर्ति सुधारने के लिए लगभग 2400 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस राशि से डब्ल्यूटीपी की क्षमता बढ़ाने के साथ ही पुरानी पाइप लाइन को बदलने का काम किया जाएगा। नए भूमिगत जलाशय का भी निर्माण होगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चंद्रावल डब्ल्यूटीपी से 90 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) पेयजल उपलब्ध होता है। इससे पटेल नगर, चांदनी चौक, मटिया महल, बल्लीमरान, माडल टाउन, सदर बाजार, करोलबाग, राजेंद्र नगर, आरके पुरम विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले लगभग 22 लाख उपभोक्ताओं को पेयजल आपूर्ति की जाती है।

    पुरानी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण बड़ी मात्रा में पानी बर्बाद हो जाता है। इससे क्षेत्र में जल आपूर्ति की समस्या होती है। इन क्षेत्रों में 24 घंटे पानी मिल उपलब्ध कराने के लिए इस संयंत्र की क्षमता 105 एमजीडी की जा रही है। 1000 किलोमीटर पुरानी पाइप लाइन बदलने और 21 नए भूमिगत जलाशय बनाने का प्रस्ताव है।

    जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जीआइसीए) की सहायता से बनने वाली इस परियोजना के लिए कैबिनेट ने पिछले दिनों व्यय अनुमोदन और प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। कुल 2406 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

    अधिकारियों का कहना है कि परियोजना को छह चरणों में विभाजित कर काम किया जाएगा। तीन वर्षों में यह काम पूरा किया जाना है। पानी की बर्बादी रुकने से उपभोक्ताओं को 24 घंटे पेयजल आपूर्ति में मदद मिलेगी।

    यह भी पढ़ें- क्या है दिल्ली में जहरीली आबोहवा की असली वजह? सर्दी की शुरुआत में प्रदूषण के कारणों पर CSE की नई रिपोर्ट