सिडनी आतंकी हमले के बाद हनुका पर्व को लेकर दिल्ली में अलर्ट, इजराइली दूतावास और खबाद हाउस की सुरक्षा बढ़ाई
सिडनी में यहूदी लोगों पर आतंकी हमले के बाद दिल्ली में इजरायली मूल के लोगों के ठिकानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहूदी लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर पह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यहूदी लोगों पर आतंकी हमले के बाद से दिल्ली में भी इजराइल मूल के लोगों के ठिकानों की सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। साथ ही यहूदी लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर अपनी पहचान को गोपनीय रखने को कहा गया है।
दिल्ली में इजराइल दूतावास, हुमायूं रोड स्थित यहूदी मंदिर तथा पहाड़गंज स्थित खबाद हाउस पहले से सुरक्षा घेरे मेें पहले से है। यह सुरक्षा व्यवस्था इजराइल-हमास युद्ध के बाद से ही सख्त है। जबकि, सिडनी आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा सतर्कता और बढ़ा दी गई है।
वर्तमान में यहूदियों का 10 दिनों का हनुका पर्व चल रहा है। सिडनी के बोंडी बीच पर जब पाकिस्तानी मूल के मुस्लिम बाप-बेटे ने यहूदियों पर हमला किया था तब भी वह हनुका पर्व का जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए थे, जिसमें 16 लोगों की मौत हो चुकी है। पहाड़गंज के खबाद हाउस (ठहरने, खाने-पीने और पूजा स्थल) तथा यहूदी मंदिर पर दिल्ली भर से यहूदी मूल के लोग इकट्ठा हो रहे हैं।
इसलिए, दोनों की सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। विशेषकर पहाड़गंज स्थित खबाद हाउस में सुरक्षा व्यवस्था कई चक्रीय है। पहले निजी कंपनी के गार्डों के बाद राजस्थान सशस्त्र पुलिस (आरएसी) के जवान तथा दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं। एक पीसीआर 24 घंटे खड़ी रहती है।
मामले के जानकारों के अनुसार, इजराल दूतावास से भी यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है। पहाड़गंज यहूदी पर्यटकों का प्रमुख केंद्र भी है। मौजूदा समय में ही 100 से अधिक यहूदी होंगे। इसके साथ ही उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर कम जाने तथा वहां अपनी पहचान बताने में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
उधर, हुमायूं रोड स्थित यहूदी मंदिर (यहूदा हयाम सिनेगाग) में सिडनी आतंकी हमले में जान गंवाने वाले तथा घायल लोगों के लिए विशेष प्रार्थना की गई है। उधर, शुक्रवार जुमे की नमाज में दिल्ली समेत देशभर में स्थित मस्जिदों में सिडनी आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए दुआ मांगी जाएगी।
इस संबंध में आल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के चीफ इमाम डा. इमाम उमेर अहमद इलियासी ने कहा कि इस दुःख की घड़ी में हम उनके साथ मजबूती से खड़े हैं तथा शुक्रवार को जुमे की नमाज के दाैरान देशभर की तमाम मस्जिदों से सिडनी में मारे गए निर्दोष यहूदी समुदाय के लोगों की आत्मा की शांति के लिए विशेष दुआ की जाएगी।
जारी बयान में उन्होंने कहा कि इस्लाम में कट्टर या आतंक की सोच रखने वाले या उसे बढ़ावा देने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए कोई स्थान नहीं है। इस प्रकार के कृत्य केवल मानवता विरोधी तत्वों द्वारा किए जाते हैं, जिनकी इस्लाम में कोई जगह नहीं है।

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