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    दिल्ली में नो पीयूसी-नो फ्यूल के दूसरे दिन ही सर्वर डाउन, न तो Pollution Certificate मिल रहा न ही पेट्रोल

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 07:37 PM (IST)

    दिल्ली में 'नो पीयूसी-नो फ्यूल' अभियान के दूसरे दिन सख्ती जारी रही, जिससे पेट्रोल पंपों पर पीयूसी लेने के लिए लंबी कतारें लगीं। सर्वर डाउन होने से लोग ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति को सुधारने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा लागू हुआ ''नो पीयूसी-नो फ्यूल'' अभियान के दूसरे दिन भी सख्ती के कारण गैर पीयूसी वाले वाहनों को पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल नहीं दिया गया।

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    इसकी वजह से लोग पेट्रोल पंप पर ही पहले पीयूसी लेने के लिए लाइन में लगे रहे और फिर बाद में पेट्रोल लिया। हालांकि पीयूसी के लिए अचानक बढ़ी भीड़ से सर्वर डाउन भी रहा। कई स्थानों पर सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक सर्वर डाउन रहा। जिसकी वजह से लोग परेशान रहे।

    वहीं, दिल्ली की सीमाओं पर कहीं शक के आधार पर तो कहीं बैरिकेडिंग करके दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों की जांच हो रही थी। जिसकी वजह से कुछ वाहन चालक डर की वजह से ही वापस वाहनों को लेकर जा रहे थे तो कहीं, पुलिस कर्मी भी लोगों या तो चालान कराएं या फिर वापस जाए की नीति अपना वाहनों को चालान कर रहे और वापस भी भेज रहे थे।

    यातायात और दिल्ली पुलिस की 100 से अधिक टीमें रहीं तैनात

    राजधानी दिल्ली में गैर दिल्ली पंजीकृत वाहनों में बीएस-6 से नीचे के व्यावसायिक और निजी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध (जरूरी वस्तुओं व परिवहन को छोड़कर) इसलिए सीमाओं पर जांच की जा रही है। यातायात पुलिस और दिल्ली पुलिस की सौ से अधिक टीमें बाॅर्डरों पर तैनात रही। हालांकि पुलिस की टीमें प्रमुख प्रवेश प्वाइंट पर तैनात थी लेकिन लोग चोर रास्तों से भी दिल्ली में प्रवेश कर रहे थे।

    शुक्रवार को पश्चिमी दिल्ली के द्वारका के सेक्टर-9, सेक्टर-6 और सेक्टर-20 स्थित पेट्रोल पंपों पर शुक्रवार को भी बृहस्पतिवार की तरह ही भारी भीड़ देखने को मिली। इन तीनों ही स्थानों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।

    नंबर स्कैन करते ही पता चल जाता है पीयूसी है या नहीं

    प्रशासन द्वारा कड़ाई बरतते हुए यहां आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है, जिसमें स्कैनिंग और साउंड बाॅक्स की सहायता से गाड़ी का नंबर स्कैन करते ही यह पता चल जाता है कि प्रदूषण सर्टिफिकेट वैध है या एक्सपायर हो चुका है।

    शुक्रवार को स्थिति यह रही कि जिन वाहन चालकों के सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुके थे, वे पहले पेट्रोल पंप परिसर में बने प्रदूषण जांच केंद्र पर पहुंचे। लोगों को करीब आधे से इसके घंटे था कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे और नया सर्टिफिकेट लेने के बाद ही पेट्रोल भरवाने के लिए आगे बढ़े।

    दूसरे दिन भी बिना पीयूसी वाले वाहनों को ईंधन नहीं

    खासकर सेक्टर 9 व सेक्टर 20 स्थित पीयूसी केंद्र पर। द्वारका गुरुग्राम पर होने के कारण इस मार्ग पर सफर करने वाले वाहन चालक इसी पेट्रोल पंप पर पहुंचते हैं। इसी तरह की स्थिति दक्षिणी दिल्ली के लगभग सभी पेट्रोल पंपों दूसरे दिन भी बिना पीयूसीसी के ईंधन नहीं दिया गया। पेट्रोल पंपों पर स्थानीय पुलिस के साथ ही दिल्ली परिवहन विभाग के टिकट चेकर उतरे।

    वहीं कालिंदी कुंज टोल पर नोएडा की ओर से आने वाले प्रतिबंधित वाहनों को वापस भेजा गया। पहले दिन जहां लगभग 200 वाहनों को लौटाया गया, वहीं दूसरे दिन यह आंकड़ा 100 के आसपास ही रहा। टोलकर्मियों के मुताबिक नियमों की जानकारी होने पर ऐसे वाहन चालक दिल्ली में स्वयं ही आने से बच रहे हैं।

    वहीं बदरपुर टोल के पास फरीदाबाद-दिल्ली मार्ग पर वाहनों की चेकिंग के लिए बैरिकेड लगाए गए हैं। दिल्ली पुलिस ऐसे वाहनों को वापस भेज रही है। वहीं फरीदाबाद में बार्डर से 300 मीटर पहले हरियाणा पुलिस भी बीएस छह ने नीचे के वाहनों को रोककर टोल पर बने यू-टर्न से वापस कर दे रही है। पहले दिन यहां 34 वाहनों को लौटाया गया तो वहीं दूसरे दिन करीब 20 वाहन वापस किए गए।

    दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर नहीं हो रही है जांच 

    पूर्वी दिल्ली में गाजीपुर, अप्सरा, चिल्ला बाॅर्डर पर दिल्ली पुलिस के जवान दूसरे दिन भी तैनात रहे। वह उत्तर प्रदेश से दिल्ली में प्रवेश करने वाले बीएस-6 से नीचे वाले वाहनों को रोक रहे हैं।उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने से रोका जा रहा है। इससे बार्डर पर वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो रही है। एनएच पर गाजीपुर बॉर्डर पर वाहनों की जांच हो रही है। लेकिन दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे नहीं हो रही है, यहां वाहनों को रोकने खतरे से खाली नहीं है।

    जांच तो होनी चाहिए, लेकिन इंतजाम भी करना चाहिए

    प्रदूषण की जांच कराने वाले लोग इस बात से सहमत हैं कि सभी वाहनों की जांच होनी चाहिए लेकिन उनका कहना था कि सरकार को इस तरह की व्यवस्था भी करना चाहिए कि सर्वर डाउन न रहे। पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार पेट्रोल पंप पर गाड़ी का पीयूसी कराने के इंतजार में खड़े रमा शंकर ने कहा कि सर्वर डाउन होने से पीयूसी नहीं मिल पा रहा और न ही पेट्रोल मिल पा रहा है।

    उनका कहना था कि सरकार को अपना सर्वर मजबूत करना चाहिए क्योंकि कई बार सर्वर डाउन रहने की समस्या होती है। अब चूंकि यह नियम ही बना दिया कि बिना पीयूसी के ईंधन नहीं मिलेगा तो ज्यादा लोग जांच कराएंगे तो सर्वर भी उसी हिसाब से होना चाहिए।

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