सात माह की गर्भावस्था में दिल्ली पुलिस सिपाही का कमाल, 145 किलो का डेडलिफ्ट कर जीता कांस्य पदक
दिल्ली पुलिस की सिपाही सोनिका यादव ने गर्भावस्था में वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीतकर मिसाल कायम की। आंध्र प्रदेश में आयोजित ऑल इंडिया पुलिस वेटलिफ्टिंग क्लस्टर 2025-26 में उन्होंने 125 किलो स्क्वैट्स और 145 किलो का डेडलिफ्ट किया। सोनिका ने अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर लूसी मार्टिंस से प्रेरणा ली और साबित किया कि सही मार्गदर्शन से गर्भावस्था में भी खेल जारी रखा जा सकता है।

आंध्र प्रदेश में आयोजित ऑल इंडिया पुलिस वेटलिफ्टिंग क्लस्टर 2025-26 में भाग लेकर गर्भावस्था में हासिल की उपलब्धि।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मजबूत इरादों की मिसाल पेश करते हुए दिल्ली पुलिस की सिपाही सोनिका यादव ने यह साबित कर दिया कि महिला शक्ति के आगे किसी चुनौती की उम्र कम पड़ जाती है।
सात माह की गर्भवती होने के बावजूद सोनिका ने वेटलिफ्टिंग जैसे ताकत और सहनशक्ति पर आधारित खेल में हिस्सा लेकर न केवल भागीदारी निभाई, बल्कि कांस्य पदक अपने नाम कर पूरे देश की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गईं।
आंध्र प्रदेश में आयोजित ऑल इंडिया पुलिस वेटलिफ्टिंग क्लस्टर 2025-26 में जब सोनिका मंच में उतरीं, तो दर्शकों और खिलाड़ियों की निगाहों में यह बस एक सामान्य प्रतियोगिता का हिस्सा थी। लेकिन जब उन्होंने 125 किलो स्क्वैट्स, 80 किलो बेंच प्रेस और 145 किलो का डेडलिफ्ट पूरा किया, तो पूरा हाल तालियों से गूंज उठा। किसी ने यह अनुमान नहीं लगाया था कि यह प्रदर्शन एक गर्भवती खिलाड़ी का है।
सोनिका की यह उपलब्धि किसी अचानक लिए फैसले का परिणाम नहीं, बल्कि वर्षों की मेहनत और खेल के प्रति जुनून का प्रमाण है। 2014 बैच की कांस्टेबल, सोनिका का पुलिसिंग में सफर मजनू का टीला क्षेत्र से शुरू हुआ, जहां उन्होंने नशीली दवाओं के खिलाफ अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्तमान में वह कम्युनिटी पुलिसिंग सेल में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
उनके पति अंकुर बाना ने बताया कि मई में जब उन्हें गर्भावस्था का पता चला, तो परिवार ने सोचा कि शायद खेल से दूरी बनानी पड़ेगी। मगर सोनिका का जवाब साफ था कि 'रुकना नहीं है।'
उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि पूरी ट्रेनिंग अपने डाॅक्टरों की सलाह और सुरक्षा मानकों के अनुरूप हो। यही कारण है कि न केवल उनका नाम पदक सूची में शामिल हुआ बल्कि वह सुरक्षित मातृत्व और फिटनेस के साथ एक नई चर्चा का केंद्र बन गईं।
कबड्डी से शुरू हुआ था सोनिका का सफर
दिल्ली पुलिस आयुक्त द्वारा सम्मानित और महिला दिवस पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से प्रशंसा प्राप्त कर चुकी सोनिका का खेल सफर कबड्डी से शुरू हुआ था। लेकिन असली पहचान तब बनी जब जिम में वजन उठाने की दिलचस्पी ने उन्हें पावरलिफ्टिंग का रास्ता दिखाया। 2023 में दिल्ली स्टेट पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतकर उन्होंने अपने करियर को नई दिशा दी।
अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर से प्रेरित होकर उठाया कदम
अपनी गर्भावस्था में उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर ऐसी महिलाओं की प्रेरक कहानियां खोजीं, जिन्होंने मां बनने की राह में सपनों को विराम नहीं दिया। इसी दौरान उन्हें लूसी मार्टिंस नाम की अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर का उदाहरण मिला।
सोनिका ने उनके ऑनलाइन कुछ अहम ट्रेनिंग टिप्स हासिल किए। सोनिका ने बताया कि गर्भावस्था कमजोरी नहीं, बल्कि एक नई शक्ति का जन्म है। अगर नियमों, डाॅक्टर की सलाह और सही तकनीक का पालन हो तो खेल से दूरी जरूरी नहीं।

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