Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राजधानी में खोले जाएंगे 9 ऑटोमेटेड व्हीकल फिटनेस सेंटर, 3 साल में 3 केंद्र बनाने जा रही दिल्ली सरकार

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 06:00 PM (IST)

    दिल्ली सरकार ने ऑटोमेटेड तरीके से वाहनों की फिटनेस जांच की योजना को गति दी है। बुराड़ी में नए सेंटर के लिए टेंडर जारी किए गए हैं, जिस पर 11 करोड़ खर्च होंगे। नंद नगरी और तेहखंड में भी काम चल रहा है। सरकार का लक्ष्य एक साल में तीन नए सेंटर खोलने का है। वर्तमान में केवल एक ऑटोमेटेड सेंटर है, और सरकार सुप्रीम कोर्ट से पुराने वाहनों को फिटनेस पर चलाने की मंजूरी मांग रही है।

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। ऑटोमेटेड तरीके से वाहनों की फिटनेस जांच की योजना पर दिल्ली सरकार ने काम तेज किया है। इस योजना के तहत अब बुराड़ी में ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर के लिए टेंडर जारी किए हैं। इस कार्य पर करीब 11 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इससे पहले नंद नगरी और तेहखंड में ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर खोलने के लिए काम की शुरुआत हो चुकी है। सरकार की योजना अगले एक साल के अंदर तीन नए ऑटोमेटिक सेंटर जनता को उपलब्ध कराने की है। दिल्ली में अभी केवल एक ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर है, जो झुलझुली में चल रहा है। दूसरा फिटनेस सेंटर बुराड़ी हैं, जिसमें वाहनों की जांच मैनुअल तरीके से होती है।

    पुराने वाहनों की उम्र फिटनेस के आधार पर निर्धारित किए जाने के विशेषज्ञों के सुझाव को महत्वपूर्ण मानते हुए दिल्ली सरकार ने ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर (एटीएस) की स्थापना की और कदम बढ़ा दिया है। अगले साल तक दिल्ली सरकार की नौ ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर को स्थापित करने की योजना है।

    इसी क्रम में सरकार ने कुछ माह पहले नंद नगरी में एक नए ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर के शिलान्यास किया था, वहीं कुछ दिन पहले तेहखंड में भी टोमेटिक फिटनेस सेंटर का शिलान्यास हो चुका है।

    बता दें कि अभी तक व्यावसायिक और परिवहन वाहनों के लिए ही फिटनेस जांच अनिवार्य है जो आठ साल तक प्रति दो साल और इसके बाद वाहन की उम्र पूरी होने तक प्रति साल फिटनेस जांच अनिवार्य है।

    दिल्ली सरकार ने 10 साल से पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल के वाहनों को फिटनेस के आधार पर चलाए जाने के बारे में सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मांगी है। अगर कोर्ट इस पर राजी हो जाती है तो फिटनेस के लिए अधिक सेंटर की जरूरत होगी। वैसे भी वर्तमान समय में फिटनेस सेंटरों की कमी महसूस की जा रही है।

    यह भी पढ़ें- दिल्लीवाले अब उठा सकेंगे हॉट एयर बैलून लुत्फ, ट्रायल रहा सफल; टिकट से लेकर टाइमिंग तक की पूरी अपडेट