दिल्ली में कोहरे की मार के बीच अधूरी तैयारियां, सड़कों पर कहीं रिफ्लेक्टर गायब तो कहीं मिट चुकी है जेब्रा क्रॉसिंग लाइन
राजधानी दिल्ली में कोहरे के साथ ठंड बढ़ने से दृश्यता कम हो गई है, जिससे सड़कों पर वाहन चलाना खतरनाक हो गया है। कई इलाकों में रिफ्लेक्टर, जेब्रा क्रॉसि ...और पढ़ें
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पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के समीप डिवाइडर से गायब रिफ्लेक्टर। जागरण
मोहम्मद साकिब, नई दिल्ली। राजधानी में ठंड बढ़ने के साथ ही कोहरा भी बढ़ने लगा है। ऐसे में खासकर रात के समय कम हो रही दृश्यता के चलते वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। दिल्ली के कई इलाकों में पड़ताल करने पर पता चला कि कई जगहों पर अभी भी सफर करना खतरे से खाली नहीं है, तो कहीं सड़कों पर सुधार के बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
सोमवार को भी सलीमगढ़ बाईपास और कश्मीरी गेट आइएसबीटी पर पिछले दस दिन से मरम्मत कार्य जारी है। वहीं रिंग रोड व राजघाट सहित अन्य सड़कों पर कहीं जेबरा क्रॉसिंग गायब है, तो कहीं रिफ्लेक्टर ही नहीं हैं, जिसके चलते यहां हादसे का खतरा मंडराता रहता है।
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कश्मीरी गेट के समीप डिवाइडर की टूटी जाली। चंद्र प्रकाश मिश्र
यही हाल बाहरी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली व पूर्वी दिल्ली में देखने को मिला, जहां रिफ्लेक्टर गायब मिले और ब्रेकर पर मार्किंग भी नहीं मिली। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़कों पर वाहन चलाना अभी भी कितना खतरनाक साबित हो सकता है।
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दरियागंज के जेब्रा क्रॉसिंग का पेंट हुआ ओझल। फोटो- जागरण
सड़कों पर रिफ्लेक्टर खराब होने से बढ़ रहा हादसों का खतरा
बाहरी दिल्ली की अधिकतर सड़कों पर रिफ्लेक्टर नहीं हैं। काफी पहले लगे रिफ्लेक्टर खराब हो गए हैं। वहीं, पीडब्ल्यूडी की कई सड़कों पर जेब्रा क्रॉसिंग, स्टाप लाइन भी नहीं दिखे। व्यस्त चौराहों में से एक कंझावला रोड स्थित बेगमपुर चौराहे पर किसी भी तरह की कोई मार्किंग नहीं है। न ही कोई स्पॉट लाइन है और नहीं जेब्रा क्रॉसिंग।
ऐसे में हादसे का खतरा बना हुआ है। रोहिणी सेक्टर-23 स्थित आंबेडकर चौक पर ट्रैफिक सिग्नल तो है, लेकिन यहां बी किसी तरह की कोई मार्किंग नहीं है। रोहिणी हेलोपोर्ट रोड स्थित अशोका चौक पर डीडीए की सड़क पर स्टाप लाइन तो है, लेकिन पीडब्ल्यूडी की सड़क पर नहीं है। इससे आगे बवाना-बादली मुख्य सड़क पर महादेव चौक पर भी न तो जेब्रा क्रॉसिंग ही है और नहीं स्टाप लाइन है। काफी बड़ा चौराहा होने के कारण यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं।
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राजघाट चौराहे पर जेब्रा क्रॉसिंग का पेंट हुआ ओझल। फोटो- जागरण
रोहिणी सेक्टर-22 से सुल्तानपुरी इसके अलावा सुल्तानपुरी, मंगोलपुरी, नांगलोई, नरेला, बवाना समेत अन्य इलाकों में सड़कों पर काफी खामियां हैं, जो हादसे का कारण बन रहे हैं। इस ठंड के मौसम भी जब धुंध के कारण दृश्यता काफी कम होता जाती है, इसके बावजूद संबंधित विभाग सड़क सुरक्षा पर काम करने बजाए किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैं।
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आईपी स्टेट फ्लाईओवर ब्रिज पर मिरर नदारत । फोटो- जागरण
न बस लेन और न ही मिली जेब्रा क्रॉसिंग
पश्चिमी दिल्ली के डाबरी गुड़गांव मार्ग रेड लाइट, द्वारका सेक्टर-7 माल रोड, द्वारका सेक्टर 6 से राजनगर की ओर जाने वाली सड़क, द्वारका सेक्टर-19 रोड, वेंकटेश्वर अस्पताल रेड लाइट पर सड़क पर लगाए जाने वाला कोई मार्किंग नहीं मिला।
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द्वारका सेक्टर 19 रोड, वेंकटेश्वर हॉस्पिटल रेड लाइट । फोटो- जागरण
इन स्थानों पर न बस लेन, न जेब्रा क्रॉसिंग, न स्टाप लाइन और न ही सड़क के किनारे एज लाइन है। सड़क किनारे एज लाइन कोहरा में काफी महत्व रखता है, जिससे वहां चालक को सड़क के किनारे का पता चलता है, नहीं होने से चालक कई बार मोड़ पर सड़क से बाहर निकल सकते हैं।
यमुनापार में अधिकतर सड़कों से रिफ्लेक्टर गायब
कोहरे की वजह से सड़कों पर दृश्यता कम हो गई है। रात के वक्त सड़कों पर वाहन चलाना किसी खतरे से कम नहीं है। यमुनापार की अधिकतर सड़कों से रिफ्लेक्टर गायब हैं। मास्टर प्लान रोड पर पीडब्ल्यूडी ने स्पीड ब्रेकर बनाए हुए हैं, लेकिन उन पर रंग नहीं किया हुआ है, रात को पता ही नहीं चलता कि ब्रेकर है भी या नहीं।
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बवाना - बादली रोड पर महादेव चौक पर भी सड़क पर कोई मार्किंग के निशान नहीं दिखे। फोटो- जागरण
वाहन गति में होने से अनियंत्रित होने की आशंका रहती है। दिल्ली नोएडा लिंक रोड, गीता कॉलोनी, एनएच-नौ पर गाजीपुर के पास, वजीराबाद पर अंधेरा छाया रहता है। रिफ्लेक्टर भी गायब हैं। कोहरे में वाहन एक दूसरे के पीछे चलते हैं, ताकि सुरक्षित रह सकें।
रात के समय छाया रहता है अंधेरा
सराय काले खां से एनएच-नौ पर जाने वाले मार्ग पर रात के समय अंधेरा छाया रहता है। वहीं, सावित्री सिनेमा से हौज खास जाने वाले मार्ग पर चिराग दिल्ली फ्लाईओवर के डिवाइडर पर रिफ्लेक्टर ही नहीं लगाया गया है। रात के समय इस मार्ग पर तेज रफ्तार वाहन चलते रहते हैं। रिफ्लेक्टर के अभाव में हमेशा दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।

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