शिमला मेडिकल कॉलेज मारपीट: दिल्ली के डॉक्टरों में आक्रोश, सख्त कार्रवाई की मांग
शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर पर हमले के बाद दिल्ली के डॉक्टर गुस्से में हैं। FAIMA ने घटना पर रोष जताया और अस्पतालों को हिंसा-मुक्त क ...और पढ़ें

शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर पर हमले के बाद दिल्ली के डॉक्टर गुस्से में हैं। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) में एक डॉक्टर पर हुए हमले से दिल्ली के मेडिकल समुदाय में गुस्सा है। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने इस घटना पर गहरा गुस्सा जताया है। संगठन का कहना है कि अस्पतालों में बढ़ती हिंसा स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के लिए एक गंभीर खतरा बनती जा रही है।
दिल्ली के डॉक्टरों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि मरीजों की जान बचाने के लिए समर्पित डॉक्टरों पर हमला करना न सिर्फ अमानवीय है, बल्कि यह पूरी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को भी कमजोर करता है। FAIMA ने मांग की कि अस्पतालों को "हिंसा-मुक्त क्षेत्र" घोषित किया जाए, और डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है, जिसे उसे हर हाल में पूरा करना चाहिए।
FAIMA के अध्यक्ष डॉ. अक्षय डोंगार्डिव और डॉ. रोहन कृष्णन ने कहा कि शिमला की घटना कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं। इसके बावजूद, दोषियों के खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई न होने से ऐसी मानसिकता को बढ़ावा मिल रहा है।
उन्होंने मांग की कि शिमला मामले के दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। FAIMA से जुड़े डॉक्टरों ने कहा कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो इसका सीधा असर मरीजों की देखभाल और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ेगा।
डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि डॉक्टरों की सुरक्षा के मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट होकर आवाज उठाई जाएगी।

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