दीवाली पर स्माॅग फुलाएगा दिल्ली का दम, हवा की रफ्तार धीमी होने पर मौसम विभाग ने दिया तीन दिन का अलर्ट
दिल्ली में दिवाली के दौरान स्मॉग छाने की आशंका है। हवा की गति कम होने, तापमान गिरने और ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति मिलने से प्रदूषण बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने 19 से 21 अक्टूबर तक स्मॉग छाने का पूर्वानुमान जताया है। प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है और कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई है।

मौसम विभाग ने 19 से 21 अक्टूबर तक स्मॉग छाने का पूर्वानुमान जताया है। आकाईव
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। इस साल दीवाली जल्दी भले आ गई हो और बेशक अभी ठंड भी ज्यादा न पड़ी हो, लेकिन प्रदूषण का सामना तब भी करना पड़ेगा। स्माॅग खासतौर पर दिल्ली वासियों का दम फुलाएगा। चूंकि अगले कुछ दिन तेज हवा चलने या वर्षा होने के कोई आसार नहीं हैं, लिहाजा राहत मिलने की भी कोई संभावना नजर नहीं आ रही।
मौसम विज्ञानी बताते हैं कि आमतौर पर धुंध अक्टूबर के अंतिम हफ्ते में धुंध शुरू होती है और नवंबर के मध्य तक हल्का कोहरा दिखना शुरू होता है। लेकिन तापमान में गिरावट के साथ ही इस बार धुंध, स्माॅग और कोहरे की शुरूआत भी जल्द होने के आसार हैं। अपने समय से पंद्रह दिन पहले ही स्माॅग का सीजन आ सकता है।
अगले 24 घंटे का हाल
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 33 डिग्री जबकि न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। हवा का रुख उत्तर-पश्चिम रहने का अनुमान है। साथ ही इसकी रफ्तार 10 से 15 किमी प्रति घंटे रह सकती है। शाम और रात के दौरान हवा उत्तर दिशा से चलने लगेगी। इसकी गति 12 किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी।
तीन दिन स्माॅग छाने का पूर्वानुमान
19, 20 और 21 अक्टूबर को यानी तीन दिन दिल्ली में प्रदूषण और स्माॅग छाने की आशंका है। मौसम विभाग का कहना है कि 19, 20 और 21 अक्टूबर को दिल्ली में शाम और रात के दौरान हवा उत्तर-पूर्व या केवल पूर्व दिशा से चल सकती है। इसकी गति भी कम रहने का अनुमान है। इससे शाम और सुबह के वक्त प्रदूषण में वृद्धि होने की आशंकाएं हैं।
क्या है स्माॅग और कब बनता है
स्माॅग 'स्मोक' (धुआं) और 'फाॅग' (कोहरा) शब्दों से मिलकर बना है, जो हवा में प्रदूषकों और कोहरे का मिश्रण है। यह तब बनता है जब वाहनों और उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषक (जैसे नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और वाष्पशील कार्बनिक यौगिक) सूर्य के पराबैंगनी प्रकाश के साथ रासायनिक प्रतिक्रिया करता है।
इस प्रतिक्रिया के ही परिणामस्वरूप ज़मीन के स्तर पर ओजोन व अन्य हानिकारक द्वितीयक प्रदूषक बनते हैं। ये रासायनिक प्रदूषक हवा में पहले से मौजूद पानी की बूंदों एवं अन्य कणों (कोहरे) के साथ मिल जाते हैं। इस मिश्रण से एक घनी, धुंधली, पीले या काले रंग की परत बनती है जिसे स्माग कहते हैं, जो वायु गुणवत्ता खराब करता है।
पिछले साल और इस साल में अंतर
2024 में दीवाली 31 अक्टूबर को थी। लेकिन संयोग से तब तेज हवा चल गई थी। इससे प्रदूषण भी गंभीर श्रेणी तक नहीं पहुंचा और तापमान सामान्य के आसपास न रहने से स्माॅग भी नहीं बना। लेकिन इस बार परिस्थितियां थोड़ी अलग हैं। समय पूर्व न्यूनतम तापमान में गिरावट आ गई है और दीवाली के आसपास मौसम विभाग ने स्माॅग का पूर्वानुमान भी जारी कर दिया है। इस साल ग्रीन पटाखे भी छोड़े जाने की अनुमति मिल गई है तो एक्यूआई बढ़ना भी तय है और स्माॅग भी।
कृत्रिम वर्षा की संभावना दीवाली के बाद भी कम
भले ही दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा दीवाली से अगले दिन कृत्रिम वर्षा का ट्रायल कराने की पूरी तैयारी का दावा कर रहे हों, लेकिन इस बार भी ऐसा हो पाने की गुंजाइश कम ही है। स्काइमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत कहते हैं, कृत्रिम वर्षा का ट्रायल तभी संभव है जब आसमान में बादल हों। लेकिन अगले दस दिन तक बादल छाने या बनने की कोई संभावना नहीं है।
बढ़ रहा प्रदूषण, पांच इलाकों की हवा रही 'बहुत खराब'
प्रदूषण के स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। बृहस्पतिवार को भी दिल्ली के पांच इलाकों की हवा 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। हालांकि, समग्र दिल्ली की हवा 'खराब' श्रेणी में ही बनी हुई है। वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली द्वारा आने वाले दिनों के लिए भी इसी तरह का वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान जारी किया गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीसी) के मुताबिक बृहस्पतिवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 245 रहा। इस स्तर की हवा को ''खराब'' श्रेणी में रखा जाता है। बुधवार को यह 233 था। चौबीस घंटे के भीतर इसमें 12 अंकों की वृद्धि हुई।
आईआईटीएम पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के आंकड़ों के अनुसार, बृहस्पतिवार को भी दिल्ली के वायु प्रदूषण में परिवहन उत्सर्जन का सबसे बड़ा योगदान रहा, जो कुल उत्सर्जन का 18.7 प्रतिशत था।
इन इलाकों की हवा रही बहुत खराब, इतना रहा एक्यूआई
- सीआरआरआई मथुरा रोड - 305
- द्वारका सेक्टर आठ - 328
- जहांगीर पुरी - 307
- वजीरपुर - 350
- आनंद विहार - 347
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