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    दीपावली पर हरित पटाखों से गूंजेगी दिल्ली, फिर उसके कचरे से MCD करेगी घर रोशन; तैयारियां तेज

    Updated: Thu, 16 Oct 2025 09:47 PM (IST)

    इस दीपावली, दिल्ली में हरित पटाखों का उपयोग होगा। दिल्ली नगर निगम (MCD) इन पटाखों के कचरे से घरों को रोशन करने की तैयारी कर रहा है। यह पहल पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा उत्पादन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में सात वर्ष बाद हरित पटाखे जलाने की अनुमति मिलने से बड़ी मात्रा में पटाखों का कूड़ा उत्पन्न होने की संभावना को देखते हुए एमसीडी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। एमसीडी ने दीपावली से एक दिन पहले और अगले दिन सफाई कर्मचारियों की छुट्टी पर पाबंदी लगा दी है। 

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    सफाई कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कर्मचारी तय स्थान पर सफाई व्यवस्था को देखें। वहीं, पटाखों से निकलने वाले कचरे को अलग रखें ताकि उन्हें कूड़े से बिजली बनाने वाले स्थान पर भेजा जा सके।

    इस कूड़े को लैंडफिल पर जाने वाले कचरे के साथ मिश्रित नहीं किया जाए। कचरे की सफाई के साथ एमसीडी ने वायु प्रदूषण के नियंत्रण के लिए भी कर्मचारियों की तैनाती से लेकर कार्रवाई की तैयारी कर दी है।

    एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चूंकि पटाखे में बहुत सारी सामग्री ज्वलनशील होती है। ऐसी संभावना है कि जब पटाखों का कूड़ा लैंडफिल पर जाए तो उससे आग लग जाए। ऐसे में हमने इस कचरे को अपने ओखला, तेहखंड, भलस्वा और नरेला के साथ ही गाजीपुर लैंडफिल पर भेजने का निर्णय लिया है। इसमें जो कचरा होता है उसमें ज्वलशीन वस्तुएं होती है जिससे हमें कूड़े से बिजली बनाने के लिए संयंत्रों ऊर्जा उत्पन्न करने में सहायता मिलती है।

    एमसीडी अधिकारी ने बताया कि निगम कर्मी पटाखों की बिक्री के लिए जारी होने वाले लाइसेंस के सत्यापन के साथ ही पटाखों पर क्यूआर कोड चिपकाने के कार्य की कार्य की निगरानी कर रहे हैं। निगम के अधिकारी ने जानकारी दी कि दीपावली के बाद वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है ऐसे में हर वर्ष की भांति संसाधन वायु प्रदूषण के लिए जो हम जमीन पर उतारते हैं उनकी तैनाती समय से हो जाए।

    उन्होंने बताया कि एमसीडी कि 52 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें प्रतिदिन 1645 किलोमीटर सड़कों से धूल साफ करने के कार्य में तैनात हैं। इससे 82 मीट्रिक टन धूल प्रतिदिन सडकों से साफ की जा रही है।वहीं, ऐसे स्थान जहां धूल उड़ सकती है वहां पर पानी के छिड़काव की मशीनें चल रही है जो कि प्रतिदिन एसटीपी का 76 हजार लीटर के करीब पानी का छिड़काव कर रही हैं। इसके लिए हमने 131 वाटर स्प्रिकलंर लगाए हैं जबकि 28 मोबाइल एंटी स्माग गन भी पानी के छिड़काव के लिए तैनात की गई हैं।

    अधिकारी ने यह भी बताया कि अवैध रुप से गार्बेज वर्नेवल प्वाइंट पर लोग कूड़ा डालते हैं वहां पर135 स्थानों पर निरीक्षण निगम अधिकारियों द्वारा किया गया है। इसमें 65 स्थानों पर खामियां पाई गई है। जिन्हें ठीक किया जा रहा है। साथ ही, कोयले से चलने वाले तंदूरों और भट्टियों को बंद कराने के लिए 54 रेस्तरां का निरीक्षण कर नियमों का पालन का निर्देश दिया है।

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