दिल्ली पुलिस ने एक वांटेड बदमाश को दबोचा, 40 से अधिक मामलों में थी ऋषभ की तलाश
पश्चिमी दिल्ली में, एक बहादुर कॉन्स्टेबल ने अपनी जान जोखिम में डालकर ऋषभ नामक एक शातिर बदमाश को पकड़ा, जो 40 से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित था। वह ...और पढ़ें

संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। दिल्ली में अपराधियों की बढ़ती बेखौफी को चुनौती देने वाली एक बड़ी सफलता में, पश्चिमी दिल्ली पुलिस के एक बहादुर कॉन्स्टेबल ने अपनी जान जोखिम में डालकर एक शातिर और बेखौफ बदमाश को दबोच लिया।
आरोपी की पहचान ऋषभ के रूप में हुई है, 40 से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित था और सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि वह दो लाख रुपये मूल्य हाई स्पीड चोरी की केटीएम बाइक पर भी असली नंबर प्लेट का ही उपयोग कर रहा था, मानो उसे पुलिस का कोई डर ही न हो।
पश्चिमी जिले के डीसीपी डी शरद भास्कर ने बताया कि इस बेखौफ बदमाश की तलाश शालीमार बाग, मोती नगर और मायापुरी थानों की पुलिस को भी थी। पुलिस को सूचना मिली कि ऋषभ जिस चोरी की केटीएम बाइक का इस्तेमाल कर रहा है, उसकी असली नंबर प्लेट जगह-जगह लगे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) कैमरों में कैद हो गई है। यह महत्वपूर्ण जानकारी तुरंत कीर्ति नगर थाना पुलिस को दी गई।
एसीपी पंजाबी बाग, शिवम और एसएचओ संजीव डोढी के नेतृत्व में टीम ने जांच शुरू की। इसी दौरान कीर्ति नगर थाने के कॉन्स्टेबल नवीन जब पेट्रोलिंग पर निकले, तो उनकी नजर तुरंत उस संदिग्ध केटीएम बाइक पर पड़ गई जिसका नंबर एएनपीआर कैमरे में कैद हुआ था।
वहीं, बिना समय गंवाए, कॉन्स्टेबल नवीन ने कीर्ति नगर से राजौरी गार्डन जाने वाली सड़क पर अकेले ही उस बाइक का पीछा करना शुरू कर दिया, जिस पर दो बदमाश सवार थे। पर पीछा किए जाने का आभास होते ही जिग जैक तरीके से चलते हुए दोनों भागने लगे, पर कॉन्स्टेबल नवीन उनका पीछा जारी रखा। जैसे ही उन्हें आगे ट्रैफिक जाम दिखा, मौका देखकर उन्होंने उन पर झपट्टा मारा। अचानक हुए इस प्रयास से केटीएम बाइक फिसल गई और दोनों गिर गए। कॉन्स्टेबल नवीन ने फौरन एक बदमाश, ऋषभ को दबोच लिया, हालांकि दूसरा साथी भागने में सफल रहा।
जांच में पता चला कि ऋषभ इसी साल अगस्त में एक पुराने मामले में जमानत पर जेल से बाहर आया था और फिर से वारदातों को अंजाम देने लगा था। उसकी निशानदेही पर एक और स्कूटी बरामद हुई है, जिसका इस्तेमाल वह छीना-झपटी में करता था। उसकी गिरफ्तारी से मायापुरी, मोती नगर और शालीमार बाग थानों में दर्ज आधा दर्जन मामलों को सुलझा लेने का दावा किया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।