CM रेखा गुप्ता ने छठ घाट की रंगाई-पुताई के काम में किया श्रमदान, कहा- इस बार पूरी दिल्ली होगी छठमय
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि इस बार दिल्ली में छठ पूजा श्रद्धा और सुविधा के साथ मनाई जाएगी। छठ पूजा के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वयं घाट की रंगाई-पुताई के कार्य में श्रमदान किया। उन्होंने कहा कि जब जनप्रतिनिधि और जनता मिलकर किसी आयोजन की तैयारी करते हैं, तो वह केवल एक पर्व नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता और सहभागिता का उत्सव बन जाता है।

द्वारका स्थित पोचनपुर गांव में मुख्यमंत्री ने छठ घाट का किया निरीक्षण। जागरण
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। प्रदेश की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार को द्वारका सेक्टर 23 स्थित पोचनपुर पहुंचीं। यहां उन्होंने छठ घाट का निरीक्षण किया और वहां मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धा और सुविधा के संगम से अबकि बार पूरी दिल्ली छठमय दिखाई देगी। छठ महापर्व केवल आस्था का नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सहयोग का प्रतीक है। सरकार का लक्ष्य है कि प्रत्येक श्रद्धालु को स्वच्छ, सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण प्राप्त हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से छठ महापर्व की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। यमुना तट पर 17 माॅडल छठ घाटों का निर्माण किया जा रहा है। यमुना किनारे बनाए जा रहे माॅडल घाटों पर इस बार की छठ पूजा का दृश्य अभूतपूर्व, भव्य और दिव्य होगा। यह पहली बार है जब दिल्ली में इतने व्यापक स्तर पर सरकार द्वारा छठ पर्व का आयोजन किया जा रहा है।
पूरी दिल्ली में 1000 से अधिक छठ स्थलों पर समितियों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में सरकार सभी आवश्यक सुविधाएं जैसे टेंट, बिजली, स्वच्छता, शौचालय, सुरक्षा और पेयजल उपलब्ध करा रही है। इस अवसर पर स्थानीय निवासियों एवं छठ पूजा समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री का हार्दिक स्वागत और सम्मान किया तथा छठ महापर्व की तैयारियों को लेकर दिल्ली सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने भी उपस्थित नागरिकों से संवाद किया और उनके सुझावों एवं आवश्यकताओं को ध्यानपूर्वक सुना।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वयं घाट की रंगाई-पुताई के कार्य में श्रमदान किया। उन्होंने कहा कि जब जनप्रतिनिधि और जनता मिलकर किसी आयोजन की तैयारी करते हैं, तो वह केवल एक पर्व नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता और सहभागिता का उत्सव बन जाता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मां यमुना की सफाई का कार्य पिछले आठ महीनों से युद्ध स्तर पर जारी है।
सरकार ने यमुना को स्वच्छ और अविरल बनाने का संकल्प लिया है और यह एक सतत प्रक्रिया है, जिसे तब तक जारी रखा जाएगा जब तक मां यमुना पूर्ण रूप से स्वच्छ न हो जाएं। उन्होंने कहा कि अब इस प्रयास के परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगे हैं। यमुना की सफाई के अभियान में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों के साथ-साथ केंद्र सरकार का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है।

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