दोस्त को बहन के करीब आने पर बेरहमी से हत्या, दो भाइयों ने हाथ-पैर बांधकर हंसिया से काटा
दिल्ली के समयपुर बादली थाना पुलिस ने दो मौसेरे भाइयों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने अपनी बहन के प्रेमी की हत्या कर दी थी। आरोपियों ने अंकित नामक युवक ...और पढ़ें

दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में दो भाइयों ने अंकित नाम के एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। बहन से दूर रहने की बात नहीं मानने पर दो मौसरे भाइयों ने बहन के प्रेमी का हाथ-पैर बांधकर पेड़ काटने वाले दाव (दराती) से हमला कर हत्या कर दी थी। इसके बाद आरोपित शव को टेंपो में रखकर मूनक नहर में फेंककर फरार हो गए थे।
इस मामले में समयपुर बादली थाना पुलिस ने मंगलवार को आरोपित मौसेरे भाइयों आशीष और विशाल धिलोद को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपित अलग-अलग कंपनी में डिलीवरी ब्वाय है। पुलिस ने इनके पास से दराती, टाटा-एस मिनी टेंपो, स्कूटी व अन्य सामान बरामद किया है।
बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त हरेश्वर स्वामी ने बताया कि सोमवार को मूनक नहर, हैदरपुर ट्रीटमेंट प्लांट में हाथ-पैर बंधे एक युवक का शव बरामद हुआ था। युवक के सिर पर किसी धारदार हथियार से वार करने के निशान भी थे। उस वक्त मृतक की पहचान नहीं हुई थी।
बाद में समयपुर बादली थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इंस्पेक्टर मिंटू सिंह की टीम ने सबसे पहले जिपनेट के जरिये मृतक की शिनाख्त सदर बाजार निवासी अंकित के रूप में की। अंकित अपने मामा के साथ वेल्डिंग का काम करता था। बीती 18 दिसंबर को उसके स्वजनों ने गुलाबी बाग थाने में अंकित की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
टेक्निकल सर्विलांस और सीडीआर की मदद से पहले पुलिस ने सबसे पहले आशीष को गिरफ्तार किया। पुलिस को सीडीआर में पता चला कि अंतिम बार अंकित की बात आरोपित से हुई थी। पूछताछ में आरोपित ने हत्या की बात स्वीकार करते हुए बताया कि उसने 18 दिसंबर को आने मौसेरे भाई विशाल के साथ मिलकर अंकित की हत्या की थी।
काल कर अंकित को बुलाया था मेट्रो स्टेशन
पूछताछ में आशीष ने बताया कि अंकित उसका दोस्त था, जो उसकी मौसेरी बहन से नजदीकियां बढ़ा रहा था। उसने कई बार अंकित को बहन से दूर रहने के लिए कहा था, लेकिन जब वह नहीं माना तो उसने योजना बनाकर उसकी हत्या कर दी। योजना के तहत अंकित को काल करके टिकरी कलां मेट्रो स्टेशन पर बुलाया, फिर उसे स्कूटी पर गड्ढा कालोनी ले गए।
वहां पहले अंकित की पिटाई की गई। इसके बाद उसके हाथ-पांव बांधकर उसके सिर पर पेड़ काटने वाले दाव (दराती) से वारकर उसे मौत के घाट उतार दिया। बाद में शव को एक मिनी टेंपो में डालकर बवाना ले गए और मूनक नहर में फेंक दिया।

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