दिल्ली ब्लास्ट में टेरर एंगल या नहीं, क्या बोले IPS रवींद्र सिंह यादव? चश्मदीद रवि ने सुनाया आंखों देखा मंजर
दिल्ली के लाल किले के पास एक वाहन में हुए जोरदार धमाके से मध्य दिल्ली दहल उठी। धमाके की तीव्रता से आसपास की गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और कई लोग घायल हो गए। घटना में आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि 16 घायल हैं। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं, और यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या इसमें आतंकी साजिश शामिल है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के लाल किले के पास खड़े एक वाहन में हुए भयंकर विस्फोट से मध्य दिल्ली दहल उठी। विस्फोट की तीव्रता इतनी तेज थी कि चार किलोमीटर तक धमाके की गूंज सुनाई थी। विस्फोट में चपेट में आने से आसपास से गुजरने वाली छह गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए तो 20 से ज्यादा वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
वहीं, घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस व अग्निशमन की टीमों ने राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को लोक नायक अस्पताल लाया गया, जहां अभी तक आठ लोगों की मौत की पुष्टि की गई, जबकि 16 लोग घायल हैं। इनमें से तीन की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, आतंकवाद निरोधक दस्ता व नेशनल सिक्योरिट गार्ड (एनएसजी) की टीम मामले की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस के लॉ एंड ऑर्डर रवींद्र सिंह यादव का कहना है कि अभी यह कहना मुश्किल है कि इस ब्लास्ट में टेरर एंगल है या नहीं। जिस आई-20 कार में पहले ब्लास्ट हुआ वह कार छत्ता रेल पुरानी दिल्ली की तरह से दरियागंज की तरह जा रही थी। लाल किला के सामने आने पर उसमें तेज ब्लास्ट हुआ, जिससे कार हवा में उछल गई। इसके बाद आसपास की कारों में आग लग गई। हादसे में उस कार में सवार तीन लोगों के अलावा अब तक आठ लोगों की मौत हुई है। जिन लोगों की मौत हुई है वो कारों की टक्कर के बाद जलने से ही हुई है।
यह भी पढ़ें- Delhi Blast LIVE: दिल्ली में धमाके के बाद यूपी-हरियाणा-महाराष्ट्र और MP में हाई अलर्ट, मृतकों की संख्या बढ़कर 9 हुई
वहीं, घटनास्थल से चंद कदमों की दूरी पर मौजूद चश्मदीद रवि ने बताया कि वे ब्लास्ट के समय अपनी दुकान पर थे। उनका कहना है कि धमाके की आवाज बहुत तेज थी। धमाका होते ही पुलिस ने तुरंत रास्ता ब्लॉक कर दिया और बाजार बंद करवा दिया था।
चश्मदीदों ने बताया कि घटनास्थल पर विस्फोट की चपेट में आए वाहनों से आग की लपटें निकल रही थी और लोगों की भारी भीड़ से भरे इलाके में दहशत फैल गई। धमाके से अफरा-तफरी मच गई। धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि लाल किला के करीब स्थित लाल मंदिर में कार का एक पार्ट आकर गिरा।
धमाके के तुरंत बाद आस-पास की दुकानों में आग लगने की सूचना भी मिली। चांदनी चौक के भागीरथ पैलेस इलाके तक कंपन महसूस किया गया और दुकानदार एक-दूसरे को फोन कर हालात पूछते नजर आए। वहीं, कई बसों और अन्य वाहनों में भी आग लगने की खबर है।
दमकल विभाग को कार में धमाके की कॉल शाम को प्राप्त हुई। इसके बाद विभाग ने तुरंत छह एंबुलेंस और सात फायर टेंडर मौके पर भेजे। राहत और बचाव कार्य जारी हैं और आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। धमाके के कारणों का पता अभी नहीं चल पाया है। पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और जांच एजेंसियां घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत जुटाने में लगी हैं।
वहीं, शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार धमाका कार में हुआ था लेकिन, इसकी प्रकृति और वजह को लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। घटना के बाद पूरे लाल किला और चांदनी चौक क्षेत्र के साथ ही दिल्ली में हाई अलर्ट कर दिया गया है। जगह-जगह पर वाहनों की जांच की जा रही है। लोक नायक अस्पताल के निदेशक डॉ. बीएल चौधरी ने बताया कि अस्पताल लाए गए एक घायल के चेहरे का बायां चेहरा आंख सहित उड़ गया।
पहाड़गंज के निवासी प्रत्यक्षदर्शी व पीड़ित बलबीर सिंह ने बताया कि वैगन-आर कार में बैठे थे और विस्फोट में वह बाल बाल बचे, क्योंकि उनके भाई समान खरीदने चांदनी चौक गए थे। वह वापसी पर उन्हें लाल किले के सामने बुला रहे थे। लेकिन वह नहीं गए। यहीं, इंतजार करते रहे कि विस्फोट हो गया। विस्फोट की चपेट में आया एक व्यक्ति उनकी गाड़ी के ऊपर आकर गिरा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।