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    दिल्ली में प्रदूषण की भयावह स्थिति देख RWA ने सरकार से गाइडलाइन जारी करने की रखी मांग

    Updated: Tue, 04 Nov 2025 10:19 AM (IST)

    दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने सरकार से तत्काल सख्त गाइडलाइन जारी करने की मांग की है। आरडब्ल्यूए का कहना है कि प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंचने के बावजूद सरकार स्थायी समाधान निकालने में विफल रही है, जिससे नागरिकों को सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं। उन्होंने अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण की भयावह स्थिति को देखते हुए दिल्ली के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने (आरडब्ल्यूए) सरकार से तत्काल और सख्त गाइडलाइन जारी करने की मांग की है।

    आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों के अनुसार, हर साल प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंचने के बावजूद सरकार न तो स्थायी समाधान निकाल पाई है और न ही बचाव को लेकर अब तक कोई गाइडलाइन जारी की। है। ऐसे में नागरिकों सांस के साथ गले में खराश, आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

    आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों का कहना है कि दिल्ली में भले ही ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के विभिन्न चरणों लागू है। इसके बावजूद हवा की गुणवत्ता ''बेहद गंभीर'' श्रेणी में बनी हुई है। प्रदूषण से बचाव को लेकर आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों ने कहा कि दिल्ली के अलग- अलग जोनों में प्रदूषण बढ़ने का अलग-अलग कारण है।

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    वहीं, ऐसे में आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों ने सरकार से मांग की है कि विभिन्न जोनों के एसडीएम, एमसीडी, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग और आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक कर प्रदूषण बढ़ने के कारणों की जानकारी लें और उसके बाद समस्याओं के समाधान के लिए एक्शन प्लान बनाएं और लागू करें।

    यह भी पढ़ें- Air Pollution: धुंध की चादर में लिपटी दिल्ली, जहांगीरपुरी में AQI 400 के पार; जानिए NCR का हाल

    इसके साथ ही सभी जोनों के सरकारी अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करें और नियमों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों सहित निजी संस्थाओं पर कड़ी कार्रवाई करें। इसके साथ ही आरडब्ल्यूए ने सरकार से सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा देने और इसकी क्षमता व फेरे बढ़ाने और एक विस्तृत नागरिक चार्टर जारी करने की मांग की है, जिसमें स्पष्ट रूप से बताया जाए कि प्रदूषण कम करने में उनकी क्या भूमिका है और किन नियमों का कड़ाई से पालन करना है। उन्होंने कहा कि सरकार को नागरिकों की सेहत से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।

    आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों की प्रतिक्रियाएं

    दिल्ली के अलग- अलग जोनों में प्रदूषण बढ़ने के अलग-अलग कारण है। ऐसे में सरकार, मंत्री, डीएम, एसडीएम, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग और एमसीडी के अधिकारियों के बीच एक अच्छा तालमेल होना बहुत जरूरी है। विभागों की आपसी तालमेल की कभी प्रदूषण बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है। क्योंकि शिकायत करने पर सभी विभाग एक- दूसरे विभाग का काम बताकर पल्ला झाड़ लेते है। - अतुल गोयल, अतुल गोयल, अध्यक्ष ऊर्जा - यूनाइटेड रेजिडेंट्स ज्वाइंट एक्शन आफ दिल्ली

    आरडब्ल्यूए प्रतिनिधि केवल शोर मचाने के लिए है। दिल्ली में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। अस्पतालों में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसके बाद भी सरकार बचाव गाइडलाइन जारी करने के बजाए सब वाहनों की प्रतिबंध पर ध्यान दे रही है। जिसका कोई फायदा नहीं है। - बीएस वोहरा, अध्यक्ष, ईस्ट दिल्ली आरडब्ल्यूए ज्वाइंट फोरम

    दिल्ली में सर्दियों का मौसम शुरू होते ही प्रदूषण बढ़ने लगता है। ऐसे में सरकार द्वारा बिना कोई एक्शन प्लान बनाए पटाखे की जलाने की अनुमति देना दिल्लीवासियों की सेहत के साथ खिलवाड़ है। सरकार को जल्द गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। - सौरभ गांधी, अध्यक्ष- यूनाइटेड रेजिडेंट्स आफ दिल्ली