सजा से बचने के लिए अपराधी ने बनवाया खुद का डेथ सर्टिफिकेट, फिर भी पुलिस ने गजब की तरकीब से धर दबोचा
एक अपराधी ने सजा से बचने के लिए खुद का डेथ सर्टिफिकेट बनवाया, लेकिन पुलिस ने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके उसे गिरफ्तार कर लिया। अपराधी ने सोचा था कि वह पुलिस को धोखा दे देगा, लेकिन उसकी चालाकी विफल रही। पुलिस ने कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है और उसे सजा भुगतनी होगी।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। अपराध करने से पहले न सोचने वाले वारदात को अंजाम देने के बाद कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं। यह मामला भी कुछ ऐसा ही है। दरअसल, अदालती कार्यवाही से बचने के लिए खुद को मृत घोषित करने वाले आरोपित को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है।
आदतन अपराधी है वीरेंद्र
आरोपित की पहचान दिल्ली के ग्राम मुंगेशपुर के वीरेंद्र विमल के रूप में हुई है, जो घर में सेंधमारी, चोरी और अवैध हथियार रखने के कई मामलों में शामिल एक आदतन अपराधी है। न्यायालय द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट के निष्पादन से बचने के लिए उसने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर खुद को मृत घोषित कर दिया था।
गोरखपुर से किया गिरफ्तार
उपायुक्त आदित्य गौतम के मुताबिक, एसीपी रमेश लांबा की देखरेख में और इंस्पेक्टर सतेंद्र पूनिया और सोहन लाल के नेतृत्व में गठित टीम ने तकनीकी निगरानी के आधार पर आरोपित को यूपी के गोरखपुर से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारी के बाद अपराध कुंडली एप्लिकेशन के माध्यम से डिजिटल सत्यापन द्वारा आरोपित की पहचान की गई।
फेशियल रिकाॅग्निशन सिस्टम (एफआरएस) ने उसकी वर्तमान तस्वीर का मिलान उसके पिछले पुलिस दस्तावेज से किया, जिससे यह साबित हो गया गिरफ्तार व्यक्ति वही व्यक्ति है जिसने अदालत में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जमा किया था।
वाहन चुराने में भी उस्ताद
पूछताछ में पता चला कि आरोपित मुख्य रूप से रात में औद्योगिक इकाइयों और आवासीय संपत्तियों को निशाना बनाता था और नकदी, इलेक्ट्राॅनिक्स और वाहन चोरी करता था। उसने चोरी के वाहनों का इस्तेमाल आगे भी चोरियां करने और पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए किया।
23 जनवरी 2020 को आरोपित ने सेक्टर-3, डीएसआईआईडीसी, बवाना स्थित एक फैक्ट्री परिसर में रात के समय चोरी की और कीमती सामान और नकदी चुरा ली।
इसके बाद सात जून 2020 को देर रात बवाना गांव में एक निजी आवास में घुसकर घरेलू सामान और इलेक्ट्राॅनिक सामान चुरा लिया। 24 जून 2020 को अवैध हथियार और कारतूस के साथ पकड़ा गया और जांच के दौरान पता चला कि उसके पास एक चोरी की महिंद्रा केयूवी 100 गाड़ी भी थी।
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