16 छात्राओं से यौन शोषण के आरोप में फंसे चैतन्यानंद सरस्वती की जमानत याचिका वापस, अब चार्जशीट का करेंगे इंतजार
16 छात्राओं के यौन शोषण के आरोप में घिरे चैतन्यानंद सरस्वती ने अपनी जमानत याचिका वापस ले ली है। कानूनी सलाह के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया। अब वे पुलिस द्वारा चार्जशीट दाखिल करने का इंतजार करेंगे। चैतन्यानंद सरस्वती पर छात्राओं के यौन शोषण का गंभीर आरोप है, जिसकी जांच चल रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पटियाला हाउस स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दीप्ति देवेश के समक्ष वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च के पूर्व प्रबंधक चैतन्यानंद सरस्वती ने शुक्रवार को अपनी जमानत याचिका वापस ले ली। आरोपित ने कहा कि वह अब दिल्ली पुलिस की अंतिम रिपोर्ट यानी आरोपपत्र का इंतजार करेंगे।
आरोपित पर 16 छात्राओं से यौन उत्पीड़न का आरोप है। आरोपित की ओर से पेश अधिवक्ता ने बताया कि आरोपपत्र आने के बाद ही आरोपों की प्रकृति को ठीक से परखा जा सकेगा, इसलिए जमानत याचिका फिलहाल वापस ली जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने अदालत के पहले के निर्देशों के अनुसार केस की स्थिति रिपोर्ट पेश की, जिसमें कहा गया कि अधिकांश गवाहों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। सुनवाई इन-कैमरा हुई और कई गवाह वर्चुअल रूप से जुड़े।
पुलिस ने इससे पहले 27 अक्टूबर को अदालत को बताया था कि 16 में से नौ पीड़िताओं के बयान दर्ज हो चुके हैं। अदालत ने 13 अक्टूबर को कहा था कि इतने अधिक पीड़ितों की संख्या मामले की गंभीरता को और बढ़ा देती है।
प्राथमिकी के अनुसार, चैतन्यानंद छात्राओं को देर रात अपने क्वार्टर में बुलाता था और देर रात पर अनुचित संदेश भेजता था। वह अपने फोन के जरिए छात्राओं की गतिविधियों पर नजर भी रखता था।
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