दिल्ली की हवा अब होगी साफ? CAQM ने बनाई 15 सुपर एक्सपर्ट की टीम, वाहनों के धुएं पर होगी सर्जिकल स्ट्राइक
दिल्ली की हवा को शुद्ध करने के लिए CAQM ने एक नया संकल्प लिया है। इस संकल्प का उद्देश्य दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम करना और हवा की गुणवत्ता में स ...और पढ़ें

दिल्ली-एनसीआर में वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए CAQM ने विशेषज्ञ समिति का गठन किया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाले धुएं को नियंत्रित करने के उद्देश्य से कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने एक उच्च-स्तरीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।
क्षेत्र में PM2.5, नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) और वाष्पशील जैविक यौगिकों (VOC) जैसी खतरनाक गैसों का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे गंभीर जन-स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न हो रहे हैं।
क्यों बनाई गई यह समिति?
दिल्ली-एनसीआर में वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए मजबूत, बहु-आयामी रणनीति तैयार करने की तत्काल आवश्यकता महसूस की गई। इसी को ध्यान में रखते हुए CAQM ने देश के प्रमुख वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य विशेषज्ञों, अनुसंधान संगठनों और नीति विशेषज्ञों को साथ लाकर यह समिति बनाई है।
समिति में 15 सदस्य शामिल हैं, जिनकी सूची इस प्रकार है
- प्रो. अशोक झुनझुनवाला, IIT मद्रास – अध्यक्ष
- डॉ. (प्रो.) रणदीप गुलेरिया, पूर्व निदेशक, AIIMS दिल्ली – सह-अध्यक्ष
- प्रो. मुकेश शर्मा, IIT कानपुर – सदस्य
- डॉ. (प्रो.) अरविंद कुमार, फाउंडर, लंग केयर फाउंडेशन – सदस्य
- प्रो. सागनिक डे, IIT दिल्ली – सदस्य
- सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के संयुक्त सचिव स्तर के प्रतिनिधि – सदस्य
- भारी उद्योग मंत्रालय (MHI) के संयुक्त सचिव स्तर के प्रतिनिधि – सदस्य
- अर्चना मित्तल, सलाहकार, नीति आयोग – सदस्य
- डॉ. रेजी मैथाई, निदेशक, ARAI पुणे – सदस्य
- सौरभ दलेला, निदेशक, ICAT मानेसर – सदस्य
- डॉ. अरुणाभा घोष, CEO, CEEW नई दिल्ली – सदस्य
- अनुमिता रायचौधरी, कार्यकारी निदेशक, CSE नई दिल्ली – सदस्य
- अमित भट्ट, प्रबंध निदेशक, ICCT नई दिल्ली – सदस्य
- डॉ. अंजु गोयल, एसोसिएट डायरेक्टर, TERI नई दिल्ली – सदस्य
- डॉ. विरेंद्र शर्मा, मेंबर टेक्निकल, CAQM – संयोजक
समिति के प्रमुख कार्य
विशेषज्ञ समिति अगले दो महीनों में अपनी विस्तृत सिफारिशें CAQM को सौंपेगी। इसके तहत समिति निम्नलिखित बिंदुओं पर कार्य करेगी।
1. नीतियों और नियमों की समीक्षा
- BS उत्सर्जन मानकों।
- इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की पहल।
- फ्यूल-एफिशिएंसी स्टैंडर्ड।
- स्वच्छ परिवहन से जुड़े मौजूदा कार्यक्रमों का मूल्यांकन।
2. वाहन वर्गवार प्रदूषण और स्वास्थ्य जोखिम का आकलन
- किस वाहन श्रेणी से कितना प्रदूषण।
- उससे जुड़े जन-स्वास्थ्य जोखिम।
- उत्सर्जन में कमी के लिए नियामकीय उपाय सुझाना।
3. EV ट्रांजिशन का परीक्षण
- तकनीकी तैयारी।
- चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत।
- लागत का आकलन।
- प्रोत्साहन योजनाओं की रूपरेखा।
- विभिन्न वाहन वर्गों में EV अपनाने में तेजी लाने की सलाह।
4. अतिरिक्त कदमों की सिफारिश
- विशेषज्ञ समिति जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सुझाव दे सकेगी।
- हितधारकों से परामर्श भी करेगी।
- आवश्यकता पड़ने पर अन्य विशेषज्ञों/संस्थानों को भी शामिल कर सकेगी।
समिति की पहली बैठक 15 दिसंबर 2025 को आयोजित होगी, जिसमें कार्ययोजना और समय-सीमा को अंतिम रूप दिया जाएगा। CAQM का कहना है कि इस विशेषज्ञ समिति का गठन दिल्ली-एनसीआर की हवा को स्वच्छ बनाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए वैज्ञानिक साक्ष्यों पर आधारित नीति निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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