Hathras Case: दुष्कर्म पीड़िता की मौत पर प्रदर्शन कर रहीं महिला कांग्रेस की सदस्य पुलिस हिरासत में
यूपी के हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता की सफदरजंग अस्पताल में मौत के बाद पूरा मामला सियासी रूप ले लिया है। भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर सफदरजंग अस्पताल में ...और पढ़ें

नई दिल्ली [गौरव वाजपेयी]। दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद वाल्मीकि समाज के लोगों ने दुष्कर्मियों को फांसी देने की मांग करते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा और पुलिस से धक्कामुक्की की। उत्तर प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामला दर्ज करने में देरी की। पीड़िता का सही से इलाज नहीं कराया गया। युवती के परिवार के लोगों ने कहा कि अलीगढ़ में अस्पताल से एम्स में इलाज कराने की बात कहकर रेफर किया गया था, लेकिन यहां सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।
प्रदर्शनकारी सफदरजंग अस्पताल प्रशासन के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज करने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और एक करोड़ की पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की मांग कर रहे थे। शाम को प्रदर्शनकारियों ने कैंडल जलाकर पीड़िता के लिए न्याय की मांग की। देर रात तक प्रदर्शनकारी अस्पताल में डटे थे।
बैरिकेड तोड़कर पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचे प्रदर्शनकारी
सफदरजंग अस्पताल के गेट नंबर सात पर प्रदर्शन कर रहे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर व अन्य लोगों ने दोपहर करीब डेढ़ बजे बैरिकेड तोड़ दिया और पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने शव ले जा रहे वाहन को रोकने का प्रयास किया तो पुलिस से 20 मिनट तक धक्कामुक्की भी हुई। प्रदर्शनकारी शव को स्वजनों को सौंपने की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया तो वे रिंग रोड पर पहुंच गए व दोनों तरफ लेटकर यातायात को बाधित कर दिया। हालांकि, 15-20 मिनट के अंदर ही पुलिस ने बलपूर्वक प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाकर यातायात सामान्य कर दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रदर्शनकारियों को शव नहीं सौंपा गया और पोस्टमार्टम हाउस से दूसरी जगह भेज दिया गया। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक देर शाम तक शव पोस्टमार्टम हाउस में ही था।
इधर, दिल्ली पुलिस ने दिल्ली महिला कांग्रेस की कुछ सदस्यों को विजय चौक पर से हिरासत में ले लिया है। ये सभी हाथरस की पीड़िता के सपोर्ट में प्रदर्शन कर सरकार से न्याय की मांग कर रही थीं।
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आप और कांग्रेस नेता भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे
वहीं, आप विधायक सौरभ भारद्वाज भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जाति विशेष के लिए काम कर रही है इसीलिए दुष्कर्म पीड़िता की एफआईआर भी बहुत दिनों बाद दर्ज की गई। पीड़िता को दिल्ली तब लाया गया जब उसके बचने की कोई उम्मीद नहीं रही। एम्स में बेड खाली है इसके बावजूद उसे वहां भर्ती नहीं कराया गया।
उधर, पूर्व सांसद व कांग्रेस नेता उदित राज और आम आदमी पार्टी की राखी बिरला भी पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे। इसके अलावा दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम और पूर्व केंद्रीय मंत्री जतिन प्रसाद भी पीड़ित स्वजनों से मिलने पहुंचे।
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पीड़ित परिवार ने की सुरक्षा की मांग
वहीं, स्वजनों की मांग है कि परिवार को सुरक्षा दी जाए, राहत राशि के तौर पर एक करोड़ रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके अलावा अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए किसी दूसरी जगह पोस्टमार्टम कराने मांग की है। परिजनों का कहना है कि कोई केंद्रीय मंत्री आकर न्याय का आश्वासन दे।

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