Delhi Terror Alert: राजधानी में जड़ें जमाने की फिराक आतंकी, शाहीन बाग से भी निकला लिंक
Delhi Terror Alert दंपती सीएए के विरोध में शाहीनबाग सहित अन्य इलाके में मुस्लिम युवाओं को भड़काकर आतंकी वारदात को अंजाम देने की जुगत में थे।
नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। Delhi Terror Alert: देश की राजधानी में आतंकी अपनी जड़ें जमाने की फिराक में हैं। हालांकि दिल्ली पुलिस की सक्रियता से ये आतंकी अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सके हैं। इंद्रजीत सिंह गिल और जसपाल सिंह सहित छह माह में तीन आतंकी संगठनों के आठ आतंकियों को स्पेशल सेल दबोच चुकी है। ये संगठन युवाओं को गुमराह कर देश में तबाही मचाने की साजिश रच रहे हैं। इसके लिए ही ये संगठन लगातार आतंकियों को दिल्ली में नेटवर्क मजबूत करने के लिए भेज रहे हैं। इनमें इस्लामिक स्टेट ऑफ खोरासन प्रॉविंस (आइएसकेपी), खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकी शामिल हैं। स्पेशल सेल के अधिकारियों के मुताबिक कई और आतंकी पुलिस के निशाने पर हैं।
दिल्ली पुलिस ने 8 मार्च को ओखला विहार इलाके से श्रीनगर के शिव पोरा इलाका निवासी आइएसकेपी से जुड़े आतंकी जहनजैब सामी और पत्नी हिना बशीर बेग का गिरफ्तार किया था। दंपती सीएए के विरोध में शाहीनबाग सहित अन्य इलाके में मुस्लिम युवाओं को भड़काकर आतंकी वारदात को अंजाम देने की जुगत में थे। उनके पास से लैपटाप, मोबाइल फोन और एक हार्डडिस्क के साथ संवेदनशील सामग्री मिली थी। सामी इस्लामिक स्टेट के खोरासन विंग के मारे गए पाकिस्तानी कमांडर हुजैफा अल-बकिस्तानी के संपर्क में था। कश्मीरी युवाओं को आतंकी समूह में शामिल करने के लिए कट्टरपंथी बनाने में उसकी अहम भूमिका थी।
गौरतलब है कि 15 जून को केएलएफ मॉड्यूल के तीन खालिस्तान समर्थक आतंकियों मोहिंदर पाल सिंह, गुरतेज सिंह और लवप्रीत नाम के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था। ये आतंकी पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आइएसआइ के संपर्क में थे। इन्हें राजधानी दिल्ली में आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए कहा गया था। इसके अलावा अमृतसर के शिव सेना नेता और राम रहीम के एक अनुयायी भी इनके निशाने पर थे। आतंकी फेसबुक और ट्विटर पर भी सक्रिय थे।
वहीं 21 अगस्त को स्पेशल सेल ने धौला कुआं से आइएसकेपी के आंतकी मुहम्मद मुस्तकीम खान उर्फ यूसुफ को गिरफ्तार किया। उससे मानव बम के रूप में प्रयोग होने वाली दो जैकेट व बेल्ट सहित भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था। मुस्तकीम पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आकाओं के संपर्क में था।
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