Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक्टिवेशन कोड क्रैक कर व डेटा डिलीट कर कैशिफाई को बेच देता था BBA छात्र

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Sat, 29 Aug 2020 03:26 PM (IST)

    आरोपित की पहचान फरीदाबाद के खेड़ी कला गांव निवासी नितेश शर्मा (19) के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके नाबालिग साथी को भी पकड़ा है।

    Hero Image
    एक्टिवेशन कोड क्रैक कर व डेटा डिलीट कर कैशिफाई को बेच देता था BBA छात्र

    नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। दिल्ली पुलिस ने बीबीए के एक छात्र को गिरफ्तार किया है जो लूट व चोरी के मोबाइल फोन का ऐक्टिवेशन कोड क्रैक करके व मोबाइल डेटा डिलीट करके उसे कैशिफाई को बेच देता था। आरोपित की पहचान फरीदाबाद के खेड़ी कला गांव निवासी नितेश शर्मा (19) के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके नाबालिग साथी को भी पकड़ा है। नाबालिग आरोपित अपने साथी के साथ मोबाइल फोन लूटकर नितेश को देता था। पुलिस का कहना है कि मोबाइल फोन खरीदते या बेचते समय कैशिफाई वाले ग्राहक व विक्रेता की पूरी डिटेल लेते थे, लेकिन वे मोबाइल फोन के कागजात नहीं लेते थे। ऐसे में कैशिफाई की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दक्षिणी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि मार्च में एक व्यक्ति से बाइक सवार दो बदमाशों ने मोबाइल लूटा था। मालवीय नगर थाने में यह मामला दर्ज था। एसएचओ इंस्पेक्टर युद्धवीर सिंह के नेतृत्व में एएसआई सुनील व कांस्टेबल प्रवीण की टीम के साथ जिले की नारकोटिक्स स्क्वायड इस मामले की जांच कर रही थी। सर्विलांस के जरिये पता चला कि यह मोबाइल राजस्थान के अलवर में वकील नाम का व्यक्ति चला रहा है। उसने पुलिस को बताया कि यह मोबाइल नूंह स्थित मुस्तफा टेलीकॉम से खरीदा था।उसने इसका बिल भी दिखाया। मुस्तफा टेलीकॉम के मालिक ने पुलिस को बताया कि उसने कैशिफाई पोर्टल से यह मोबाइल खरीदा है। उसके पास भी इसका बिल था।

    गुरुग्राम स्थित कैशिफाई के कारपोरेट ऑफिस में अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने मोबाइल नितेश शर्मा से खरीदा था।उन्होंने नितेश के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाने का स्टेटमेंट भी दिया। इस पर पुलिस ने नितेश को गिरफ्तार कर लिया। नितेश ने बताया कि वह फरीदाबाद स्थित आइएमटी कॉलेज से बीबीए कर रहा है। कुछ माह पहले वह ओएलएक्स पर एक नाबालिग के संपर्क में आया था। वही उसे चोरी व लूट के मोबाइल देता था।नितेश उसका एक्टिवेशन कोड क्रैक करके डेटा डिलीट कर देता था। फिर वह फरीदाबाद के क्राउन इंटीरियोज मॉल स्थित कैशिफाई के ब्रांच ऑफिस में मोबाइल बेच देता था। इसके बाद दोनों पैसे बांट लेते थे।अब तक वह नाबालिग से मिले चार मोबाइल कैशिफाई को बेच चुका है। पुलिस ने नाबालिग से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने 16 मार्च को अपने एक साथी नागेंद्र उर्फ नागी के साथ हीरो स्प्लेंडर बाइक से मोबाइल यह झपटा था। मई में गिरफ्तार होने के बाद से ही नागेंद्र जेल में है।

    Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो