IND W vs SL W: गेंदबाजों के बाद शेफाली का तूफान, भारत ने श्रीलंका को 7 विकेट से मात दे बनाई 2-0 की बढ़त
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दूसरे टी20 मैच में श्रीलंका को एकतरफा अंदाज में हरा दिया। भारत के लिए शेफाली वर्मा का बल्ला जमकर चला और उन्होंने तूफानी अं ...और पढ़ें
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शेफाली वर्मा ने जमाई तूफानी फिफ्टी
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। वैष्णवी शर्मा और श्री चरणी की शानदार गेंदबाजी के बाद शेफाली वर्मा की तूफानी पारी के दम पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मंगलवार को विशाखापट्टनम में खेले गए दूसरे टी20 मैच में श्रीलंका को सात विकेट से हरा दिया। भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका को 20 ओवरों में नौ विकेट खोकर 128 रनों पर ही रोक दिया। इस आसान से लक्ष्य को भारत ने 11.5 ओवरों में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
शेफाली ने 34 गेंदोें पर 11 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 69 रनों की पारी खेली। स्मृति मंधाना और शेफाली ने भारत को सधी हुई शुरुआत दी। मंधाना एक बार फिर अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाईं और 11 गेंदों पर 14 रन बनाकर आउट हो गईं। उनका विकेट चौथे ओवर की पहली गेंद पर गिरा और इस समय भारत का स्कोर 29 रन था।
शेफाली का तूफान
इसके बाद शेफाली वर्मा ने अपना तूफान दिखाया और भारत ने पावरप्ले का अंत एक विकेट के नुकसान पर 68 रनों के साथ किया। शेफाली को फिर जेमिमा रोड्रिग्स का साथ मिला और फिर दोनों ने मिलकर टीम को मजबूत किया। जेमिमा भी शेफाली की तरह तेज बल्लेबाजी के चलते आउट हो गईं। उन्होंने 15 गेंदों पर चार चौके और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए।
शेफाली दूसरे छोर से तेजी से रन बना रहीं थीं। उन्होंने 27 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। शेफाली टीम को जीत के पास ले गईं थीं। टीम को जब एक रन की जरूरत थी तब कप्तान हरमनप्रीत को माल्की ने आउट कर दिया। उन्होंने 10 रन बनाए।
आक्रामकता नहीं आई काम
श्रीलंकाई महिला टीम ने पहले टी-20 मुकाबले की तुलना में दूसरे मुकाबले में कहीं बेहतर आक्रामकता दिखाई, लेकिन इसके बावजूद भारतीय गेंदबाजों के आगे वह बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाई। अपना दूसरा ही मैच खेल रही वैष्णवी शर्मा (2/32) और श्रीचरणी (2/23) की शानदार गेंदबाजी के सामने श्रीलंकाई टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी। दोनों ने सटीक लाइन-लेंथ के साथ लगातार दबाव बनाए रखा।
टॉस जीत के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गेंदबाजी चुनी। शुरुआती झटके के बावजूद कप्तान चामरी अटापटू ने जिस अंदाज में बल्लेबाजी की उससे ऐसा लगा कि श्रीलंका इस बार भारत को कड़ी चुनौती दे सकती है, लेकिन उनके आउट होते ही पारी की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। पारी की शुरुआत में विश्मी गुनरत्ने के विकेट ने श्रीलंका को झटका दिया, लेकिन इसके बाद अटापटू ने भारतीय गेंदबाजों पर आक्रमण करते हुए तेजी से रन बटोरे और टीम को शुरुआती लय दिलाई।
कप्तान के बाद बिखरी पारी
पावरप्ले के भीतर ही उनका विकेट गिरना श्रीलंका के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। उनसे उम्मीद थी कि वह लंबी पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके बाद हर्षिता और हसीनी परेरा ने पारी को संभालने की कोशिश की। दोनों के बीच 44 रन की साझेदारी हुई, जिसने स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाया और विकेटों के पतन पर कुछ हद तक रोक लगाई। हालांकि, मध्य ओवरों में बाउंड्री की कमी साफ तौर पर खली। रन गति बनी रही, लेकिन बड़े शॉट्स न लग पाने के कारण दबाव धीरे-धीरे बढ़ता गया।
अंतिम ओवरों में श्रीलंका को तेज रन जोड़ने की जरूरत थी, लेकिन यहीं पर भारतीय गेंदबाजी ने मैच पर पूरी तरह शिकंजा कस दिया। डेथ ओवरों में लगातार विकेट गिरने से श्रीलंका की पारी बिखर गई। वैष्णवी और श्रीचरणी के अलावा स्नेह राणा ने चार ओवरों में सिर्फ 11 रन देकर एक विकेट लिया और पूरे स्पेल में बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया।

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