IND vs SA: मुथुसामी और यानसेन के नाम रहा दूसरा दिन, भारतीय टीम की पुरानी आदत ने किया परेशान
गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरा दिन साउथ अफ्रीका के नाम रहा। सेनुरान मुथुसामी और मार्को यानसेन ने शानदार पारियां खेल टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।

सेनुरान मुथुसामी और मार्को यानसेन ने खेली शानदार पारियां
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। सेनुरानमुथुसामी और मार्कोयानसेन की शानदार पारियों के दम पर साउथअफ्रीका ने गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन 489 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया है। मुथुसामी ने जहां शतक जमाया तो यानसेन सात रनों से शतक से चूक गए और टीम के आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने बिना किसी नुकसान के नौ रन बना लिए हैं।
कल की तरह कम रोशनी के कारण दिन का खेल जल्दी खत्म कर दिया गया। भारत की तरफ से यशस्वी जायवाल सात और केएल राहुल दो रन बनाकर खेल रहे हैं। साउथअफ्रीका के लिए मुथुसामी ने 206 गेंदों पर 10 चौके और दो छक्कों की मदद से 109 रन बनाए। यानसेन ने 91 गेंदों पर छह चौके और सात छक्कों की मदद से 93 रनों की पारी खेली।
पुरानी आदत ने किया परेशान
साउथअफ्रीकी टीम ने दिन की शुरुआत छह विकेट के नुकसान पर 247 रनों के साथ की थी। लगा था कि टीम इंडिया पहले ही सेशन में मेहमान टीम के बाकी चार विकेट निकाल बैटिंग करने आ जाएगी, लेकिन एक बार फिर उसके सामने पुरानी परेशानी आ गई। कई बार देखने को मिला है कि टीम इंडिया विपक्षी टीम के टॉपऑर्डर और मिडिलऑर्डर को सस्ते में निपटा देती ही लेकिन निचले क्रम से परेशान हो जाती है। कुछ यही हाल यहां देखने को मिला।
मुथुसामी ने 25 और काइलवेरेयेन ने एक रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया और पहले सेशन में भारत को एक भी सफलता हासिल करने नहीं दी। दूसरे सेशन में रवींद्रजडेजा ने काइल को आउट कर भारत को सफलता दिलाई। उन्होंने 122 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 45 रन बनाए। यहां फिर लगा की भारतीय गेंदबाज अब हावी हो जाएंगे, लेकिन फिर मुथुसामी को यानसेन का साथ मिला। दोनों ने मिलकर 97 रन जोड़े। इस दौरान मुथुसामी ने अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। यानसेन ने भी अर्धशतक जमा दिया था।
सिराज ने दिलाई सफलता
दूसरे सेशन में इन दोनों बल्लेबाजों ने भारत को कोई भी विकेट नहीं लेने दिया। तीसरे सेशन के दूसरे ओवर में मोहम्मद सिराज ने भारत को सफलता दिलाई। उन्होंने मुथुसामी को डीप फाइन लेग पर जायसवाल के हाथों आउट कराया। मुथुसामी का खतरा टल गया था, लेकिन यानसेन तूफानी रूप ले चुके थे। उन्होंने तेजी से रन बनाए। बुमराह ने फिर दूसरे छोर से सिमोनहार्मर को आउट कर दिया जो पांच रन ही बना सके।
केशव महाराज ने कुछ देर टिकने की कोशिश की। उनके साथ मिलने से यानसेन ने अपने टेस्ट शतक का सपना संजो लिया था जिसे कुलदीप ने तोड़ दिया। कुलदीप ने उन्हें बोल्ड कर साउथअफ्रीका की पारी का अंत कर दिया। भारत के लिए कुलदीप ने चार विकेट लिए। बुमराह, सिराज और जडेजा ने दो-दो विकेट लिए।

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