कब-कब हुआ क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग, जानिए पूरा मामला
आईपीएल 6 के दौरान श्रीसंत समेत तीन खिलाड़ियों की स्पॉट फिक्िसग के आरोप में गिरफ्तारी के बाद क्रिकेट एकबार फिर शर्मसार हो गया। श्रीसंत, अंकित चावन और अजीत चंडीला को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुंबई से गिरफ्तार किया। यह कोई पहली बार नहीं है, जब क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आया हो। इ
नई दिल्ली। आईपीएल 6 के दौरान श्रीसंत समेत तीन खिलाड़ियों की स्पॉट फिक्िसग के आरोप में गिरफ्तारी के बाद क्रिकेट एकबार फिर शर्मसार हो गया। श्रीसंत, अंकित चावन और अजीत चंडीला को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुंबई से गिरफ्तार किया।
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यह कोई पहली बार नहीं है, जब क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आया हो। इससे पहले 2012 में आईपीएल सीजन 5 के दौरान भी स्पॉट फिक्िसग का मामला सामने आया था। इस मामले में पांच खिलाड़ियों को दोषी पाया गया था। मोहनीश मिश्रा, शलभ श्रीवास्तव, टीपी सुधींद्र, हरमीत सिंह और अभिनव बाली को इस मामले में दोषी पाये जाने के बाद सस्पेंड कर दिया गया था।
पाकिस्तानी खिलाड़ियों की स्पॉट फिक्सिंग
आईपीएल के अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आ चुका है। 2010 में इंग्लैंड दौरे के दौरान पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के तीन खिलाड़ी मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद आमीर और पूर्व कप्तान सलमान बट स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए गए थे। मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमीर नो बॉल फिक्स करके इस मामले में फंसे थे, जबकि पूर्व कप्तान सलमान बट की इस पूरे मामले में संलिप्तता थी।
मामला सामने के आने के बाद तीनों खिलाड़ियों पर तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। इसके अंतर्गत सलमान बट पर 10 साल का प्रतिबंध लगा, जबकि मोहम्मद आसिफ पर सात साल और मोहम्मद आमीर पर पांच साल का क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा।
इस मामले में नवंबर, 2011 में सलमान बट को 30 महीने, मोहम्मद आसिफ को एक साल और मोहम्मद आमीर को 6 महीने की जेल की सजा हुई।
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