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    'राधा-राधा जाप करो और..,' प्रेमानंद महाराज ने विरुष्‍का को दिया सुखी रहने का मंत्र; Anushka के मन का संदेह हुआ दूर

    Updated: Tue, 13 May 2025 02:04 PM (IST)

    Virat Kohli Anushka Sharma Premanand Maharaj Video भारतीय टीम के स्‍टार क्रिकेटर विराट कोहली 12 मई को टेस्‍ट क्रिकेट से संन्‍यास की घोषणा की और आज यानी 13 मई को वह अपनी पत्नी अनुष्‍का शर्मा के साथ वृंदावन में प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान महाराज ने जीवन का सुख प्राप्‍त करने के लिए विरुष्‍का को राधा-राधा जाप करने की सलाह दी।

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    Virat Kohli पत्नी Anushka Sharma के साथ पहुंचे प्रेमानंद महाराज के आश्रम

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Virat Kohli Anushka Sharma Premanand Maharaj Video: भारतीय टीम के स्‍टार क्रिकेटर विराट कोहली अपनी पत्‍नी अनुष्‍का शर्मा के साथ वृदांवन में महाराज प्रेमानंद आशीर्वाद लेने पहुंचे। विराट कोहली ने 12 मई को टेस्‍ट क्रिकेट से संन्‍यास की घोषणा की और मंगलवार को उन्‍होंने अनुष्‍का के साथ आश्रम में प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए।

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    विराट कोहली और बॉलीवुड एक्‍ट्रेस अनुष्‍का शर्मा की प्रेमानंद महाराज से मुलाकात का वीडियो यूट्यूब के जरिये सामने आया। वीडियो में नजर आया कि विराट कोहली और अनुष्‍का शर्मा ने दंडवत प्रणाम करके प्रेमानंद महाराज का आशीर्वाद लिया। महाराज ने फिर जीवन का सुख प्राप्‍त करने के लिए विरुष्‍का को राधा-राधा जाप करने की सलाह दी।

    Virat Kohli पत्नी Anushka Sharma के साथ पहुंचे प्रेमानंद महाराज के आश्रम

    प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj Ji) जी सबसे पहले विराट-अनुष्‍का (Virat Kohli-Anushka Sharma) को बैठने के लिए कहते हुए पूछा- प्रसन्न हो..? तो स्‍टार कपल ने सिर हिलाते हुए मुस्कुराते हुए जवाब हां में दिया। इसके बाद महाराज कहते हैं कि हां ठीक ही रहना चाहिए।

    महाराज ने आगे कहा,

    'हम आपको अपने प्रभु का विधान बताते हैं, थोड़ा-सा। जब प्रभु किसी पर कृपा करते हैं, ये वैभव मिलना कृपा नहीं हैं ये पूण्‍य हैं। पुण्‍य से एक घोर पापी को भी काफी बल मिलता है, पाप करके भी उनका कोई पूण्‍य हैं कि जिससे वह सुकृत वश चल रहे हैं।'

    प्रेमानंद महाराज ने कहा,

    'ये वैभव बढ़ना ये यश बढ़ना ये भगवान की कृपा नहीं मानी जाती। भगवान की कृपा मानी जाती हैं। अंदर का चिंतन बदलना, जिससे आपके अनंत जन्मों के संस्कार भस्म होकर और अगला जो है वह बड़ा उत्तम होगा। अंदर के चिंतन से होता बाहर से कुछ नहीं होता।'

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    महाराज ने साथ ही कहा,

    'मात्र अंदर का चिंतन हम लोगों का स्वभाव बन गया। बहमुखी, मतलब बाहर, यश, कीर्ति, विजय। इससे हमें सुख मिलता हैं। अंदर से कोई मतलब नहीं रखता। कोई विरला ही अंदर से, अब क्या होता है जब भगवान कृपा करते हैं तो संत समागम देते हैं।'

    उन्‍होंने कहा,

    'दूसरी जब कृपा होती तो विपरीतता देते हैं। और फिर अंदर से रास्ता देते हैं कि ये मेरा रास्ता है, ये परम शांति का रास्ता है। ये शांति का रास्ता नहीं। भगवान वो रास्ता देते हैं और जीव को अपने पास बुला लेते हैं। बिना प्रतिकूलता के संसार का राग नष्ट नहीं होता। किसी को भी वैराग्य होता हैं तो संसार की प्रतिकूलता देखकर वैराग्य होता है।'

    प्रेमानंद महाराज ने कहा,

    'सबकुछ हमारे अनुकूल हैं, तो हम आनंदित होकर उसका भोग करते हैं। जब हमारे अंदर प्रतिकूलता आती हैं तब ठेस पहुंचती है कि इतना झूठा संसार। तब अंदर से भगवान रास्ता देते हैं कि ये सही है। भगवान बिना प्रतिकूलता के इस संसार को छुड़ाने का कोई भी औसत नहीं रखें।'

    महाराज बोले,

    'आजतक जितने बड़े महापुरुष हुए हैं, जिनका जीवन बदला हैं उनको प्रतिकूलता का दर्शन करके बदला हैं। तो कभी प्रतिकूलता आए तो उस समय आनंदित हो। मेरे ऊपर अब भगवान की कृपा हो रही है। मुझे सत्य मार्ग में चलने की प्रेरणा मिल रही है। अगर सत्य मार्ग छूटा और ये सब 1 सेकंड के लिए आप विचार कीजिए। अपना सुधार कर लो अपने जीवन को सत्य में ले आओ। तो अगला जो होगा वह बहुत जोर में होगा।'

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    प्रेमानंद महाराज ने यह भी कहा,

    'चाहें जन्म हो श्रीवान, कुलवान, धनवान, वैभव, संपन्न ऐसे और भक्ति की अनुकूलता, अगर इस जन्म में भगवत प्राप्ति नहीं हुई तो भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है कि मेरे भक्त का नाश नहीं होता। मैं कुलवान, धनवान, श्रीवानों के कुल में जन्म देता हूं और फिर पून: भक्ति का माहौल देता हूं और पूर्व का जो भजन छूटा हुआ हैं।'

    उन्‍होंने विरुष्‍का को कहा,

    'बिल्कुल ऐसे रहो जैसे रह रहे हो, संस्कारिक बनकर रहो, लेकिन अंदर का चिंतन आपका बदल रहा है। अंदर के चिंतन में आपके यश की भावना ना रह जाए। अंदर का चिंतन में आपको धन बढ़ाने की भावना ना रह जाए। अंदर का चिंतन हो जाएं प्रभू, बहुत जन्म वितीत हो गए अब एक बार आपसे मिलना चाहते हैं। प्रभू मुझे आप चाहिए, अब संसार नहीं। तो बात बन जाएगी। तो इसलिए आनंदपूर्वक भगवान का नाम जप करो।'

    Anushka Sharma का प्रेमानंद महाराज से सवाल

    अनुष्का शर्मा ने प्रेमानंद महाराज से जानना चाहा कि राधा-राधा जाप करने से काम बन जाएगा? इस पर प्रेमानंद जी ने जवाब दिया- 'पूरा..।'

    उन्‍होंने कहा,

    'ये हम अपने जीवन का अनुभव बताते हैं सांख्य योग, अष्टांग योग, कर्मयोग, और भक्तियोग। चारों योग्य में प्रवेश रहा है। पहले हम संन्यासी रहे हैं। 20 साल से संन्यासी रहे। स्वयं भगवान शंकर से बढ़कर तो कोई योगी नहीं। संन्यासी की जो बुद्धि होती है वो तार्किक होती है। हम विश्वास से कहते हैं कि अगर आप राधा-राधा जपते हो तो इसी जन्म में भगवान की प्राप्ति हो जाएगी। ये वैभव मिलना कृपा नहीं पुण्य है। इसे जीवन बना लें। कोई घाटे का सोदा तो नहीं हैं। खूब आनंदित रहो, नाम जपते रहो।'