PBKS vs CSK: 12 गेंदों पर 3 छक्के, पंजाब के खिलाफ गरजा MS Dhoni का बल्ला; पर चेन्नई को नहीं मिली जीत
IPL 2025 के 22वें मुकाबले में मंगलवार को पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 18 रन से हराया। रोमांचक मुकाबले में पंजाब को जीत मिली। 18वें सीजन में यह चेन्नई की लगातार चौथी हार थी। फ्रेंचाइजी ने 18वें सीजन के पहले मैच में मुंबई इंडियंस को 4 विकेट से हरायाथा। इसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी वाली टीम जीत के लिए तरस गई है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के 22वें मुकाबले में मंगलवार को पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 18 रन से मात दी। इस कांटे की टक्कर में आखिरकार जीत पंजाब की हुई। 18वें सीजन में यह चेन्नई की लगातार चौथी हार थी। फ्रेंचाइजी ने अपने पहले मैच में मुंबई इंडियंस को 4 विकेट से रौंदा था। इसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी वाली टीम ने जीत का मुंह नहीं देखा है।
5 नंबर पर उतरे धोनी
पिछले मैच में भले ही चेन्नई हार गई हो पर महेंद्र सिंह धोनी को बल्लेबाजी में प्रमोट किया गया। वह 5 नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और तूफानी पारी भी खेली। हालांकि, यह उनकी टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं थी। पंजाब किंग्स के खिलाफ धोनी ने 225.00 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और 12 गेंदों पर 27 रन ठोक दिए। 12 गेंदों में धोनी ने 4 बाउंड्री लगाईं। उन्होंने 1 चौके के साथ ही 3 छक्के भी लगाए। ऐसे में धोनी को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने की मां उठ रही है।
धोनी में छक्के लगाने की क्षमता
न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर साइमन डूल ने पूर्व कप्तान को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने के लिए फ्रेंचाइजी की बार-बार अनिच्छा पर सवाल उठाया। डॉल ने क्रिकबज पर बातचीत में कहा, "धोनी ने 12 गेंदों पर तीन छक्के लगाए। टीम के बाकी खिलाड़ियों ने कुल मिलाकर पांच छक्के लगाए। तो इससे पता चलता है कि उनमें अभी भी छक्के लगाने की क्षमता और शक्ति है। इसलिए हम उन्हें क्रम में ऊपर लाने के बारे में बात कर रहे हैं। क्योंकि 12 गेंदों पर 27 रन, जब वे 2 विकेट खो चुके हों, वास्तव में अंतर पैदा कर सकते हैं। यह उनकी गलती नहीं है।"
डेवोन हुए रिटायर आउट
मैच के दौरान चेन्नई ने बड़ा फैसला लिया। CSK के सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉन्वे 'रिटायर आउट' हुए। कीवी ओपनर सुपर किंग्स के टॉप स्कोरर बल्लेबाज थे, जिन्होंने 49 गेंदों पर 69 रन बनाए। लेकिन खेल के अंतिम स्टेज में वे रन-रेट को तेज नहीं कर पाए, जिसके कारण मैनेजमेंट ने उनकी जगह रवींद्र जडेजा को भेजा। जडेजा ने 5 गेंदों पर नाबाद 9 रन बनाए।
डूल ने कहा, "कॉन्वे को रिटायर करना एक दिलचस्प निर्णय था। उनके पास पिच की गति थी, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट बहुत कम था। ऐसे खेल में जहां आपको जीतने के लिए 190 का स्ट्राइक रेट चाहिए, वह 140 रन बना रहे थे। लेकिन उन्हें बहुत देर से रिटायर किया गया, जडेजा के लिए आकलन करने के लिए बहुत देर हो गई।"
जब भी CSK मैनेजमेंट से धोनी को बल्लेबाजी ऑर्डर में न बढ़ाने के बारे में पूछा गया, तो फ्रेंचाइजी ने कहा है कि विकेटकीपर बल्लेबाज अब 8-10 ओवर तक बल्लेबाजी करने के लिए फिट नहीं है। इस खेल में भी धोनी तब बल्लेबाजी करने आए जब 4.1 ओवर बचे थे जबकि सुपर किंग्स को जीत के लिए अभी भी 69 रन चाहिए थे।
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