Rohit Sharma की जगह कौन होगा भारत का टेस्ट कप्तान? दिग्गज क्रिकेटर ने बता दिया नाम
रोहित शर्मा ने कुछ दिनों पहले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया था। रोहित के संन्यास के बाद से ही कयास लगाए जाने लगे हैं कि अब भारत का अगला टेस्ट कप्तान कौन होगा। इस लिस्ट में जसप्रीत बुमराह शुभमन गिल और केएल राहुल का नाम आगे है। हालांकि पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने इनमें से एक नाम सुझाया है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया था। रोहित ने इंग्लैंड दौरे से पहले यह फैसला लिया। रोहित के संन्यास के बाद से ही कयास लगाए जाने लगे हैं कि अब भारत का अगला टेस्ट कप्तान कौन होगा। इस लिस्ट में जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल से लेकर केएल राहुल का नाम आगे चल रहा है। पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने सुझाव दिया है कि जसप्रीत बुमराह को भारतीय मेंस टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में रोहित शर्मा की जगह लेनी चाहिए।
3 टेस्ट में कप्तानी कर चुके बुमराह
बुमराह ने 2022 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में भारत की कप्तानी की थी। फिर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में दो मैचों में वह भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे थे। बुमराह की कप्तानी में भारतीय टीम ने 3 टेस्ट खेले हैं और 1 में जीत दर्ज की है। बुमराह ने कप्तान के रूप में तीन टेस्ट मैचों में 15 विकेट भी लिए हैं।
भारत ने जीता था पर्थ टेस्ट
रोहित शर्मा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के पहले मैच में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे। ऐसे में जसप्रीत बुमराह ने पर्थ टेस्ट में भारत की कप्तानी की थी। भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया था। खराब प्रदर्शन के चलते रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट से बाहर हो गए थे। इस 5वें टेस्ट में एक बार फिर बुमराह कप्तान की भूमिका में नजर आए थे। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने यह टेस्ट 6 विकेट से अपने नाम किया था।
बुमराह को करनी चाहिए कप्तानी
1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य मदन लाल ने कहा कि बुमराह को टेस्ट कप्तान के रूप में पदभार संभालना चाहिए, बशर्ते वह फिट और उपलब्ध हों। उन्होंने पीटीआई वीडियो से कहा, "मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह भारत का नेतृत्व करने के लिए सही व्यक्ति हैं। फिटनेस एक अलग चीज है, लेकिन अगर वह उपलब्ध और फिट हैं तो वह पहली पसंद हैं।"
मदन लाल ने रोहित के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि इस अनुभवी क्रिकेटर ने संन्यास लेने से पहले काफी सोच-विचार किया होगा। उन्होंने कहा, "देखिए जब इतने बड़े खिलाड़ी लाए जाते हैं तो टीम में कोई जगह नहीं बचती। वे अपने आप ही पहली पसंद बन जाते हैं। लेकिन फॉर्म कभी भी आ सकती है। फॉर्म का क्या? ठीक है, उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा। लेकिन उन्होंने संन्यास के बारे में जो भी फैसला लिया, वह उनका निजी फैसला है। उन्होंने इस पर सोच-विचार किया होगा, इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया।"
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