कभी क्रिकेट छोड़ने का बना लिया था मन, अब विराट कोहली के साथ खेलने का सपना करेगा पूरा, कुछ यूं बदल गई सुयश शर्मा की तकदीर
कोलकाता नाइट राइडर्स ने पिछले साल आईपीएल का खिताब अपने नाम किया था। इस जीत में स्पिनर सुयश शर्मा ने अहम रोल निभाया था। इस बार कोलकाता ने उन्हें रिटेन नहीं किया। वह नीलामी में गए यहां उनका सपना साकार हो गया है क्योंकि अब वह आरसीबी के लिए खेलेंगे जिसमें सुयश के हीरो विराट कोहली खेलते हैं। सुयश से दैनिक जागरण की खास बातचीत।
दिल्ली के 21 वर्षीय युवा स्पिनर सुयश शर्मा को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु (आरसीबी) ने 2.60 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया है। 30 लाख रुपये के बेस प्राइस से शुरू हुई बोली में सुयश को लेकर आरसीबी, मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच जोरदार प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। दिल्ली कैपिटल्स ने शुरुआती दौर में ही पीछे हटने का फैसला किया जिसके बाद मुंबई इंडियंस और आरसीबी के बीच कांटे की टक्कर हुई। अंत में आरसीबी ने इस प्रतिभाशाली गेंदबाज को अपने खेमे में शामिल कर लिया। सुयश ने अपने दमदार प्रदर्शन से दिल्ली क्रिकेट और दुनिया की सबसे बड़ी लीग आईपीएल में अपनी अलग पहचान बनाई है। इस नीलामी के साथ यह पहली बार है जब सुयश आरसीबी का हिस्सा बने हैं। उनकी शानदार गेंदबाजी और निरंतरता ने उन्हें इतनी बड़ी बोली तक पहुंचाया। सुयश शर्मा से लोकेश शर्मा ने विशेष बातचीत की।
पेश है प्रमुख अंश:-
सवाल- केकेआर से आरसीबी में आकर आपको कैसा लग रहा है? बोली के दौरान मुंबई और आरसीबी दोनों ही टीम आपको खरीदना चाहती थी, ऐसे में आपके मन में किस टीम से खेलने का विचार चल रहा था?
सुयश- मुझे आरसीबी में आकर बेहद अच्छा लग रहा है। आरसीबी में हर कोई खेलना चाहता है। इस बार मैं लकी हूं कि मुझे मौका मिल रहा है। बोली के दौरान मैं केवल यहीं सोच रहा था कि आरसीबी ही मुझे खरीदे। क्योंकि यहां पर एक स्पिनर की कमी है और मुझे खेलने के अवसर भी काफी अधिक मिलेंगे। इस टीम से खेलने का दूसरा कारण टीम की फैन फालोइंग भी जो आपको एक विशेष खिलाड़ी बना देती है।
सवाल- आप केकेआर में अभिषेक नायर और कोच चद्रकांत के मार्गदर्शन में खेल रहे थे, इससे आपकी गेंदबाजी और जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा है?
सुयश- मैं जब केकेआर में था तब कोच नायर और चद्रकांत पंडित ने मेरा हौंसला बढ़ाया था। मुझे इन दोनों ने ये बोल दिया था कि आप खुलकर गेंदबाजी कर सकते हो। आप पर कोई प्रेशर नहीं है। मैने आरसीबी के विरुद्ध ही डेब्यू मैच खेला था। जिसमें मैंने तीन विकेट चटकाए थे। इन विकेट के बाद ही कोच अभिषेक नायर और पंडित का मेरे ऊपर भरोसा और भी बढ़ गया और मुझे अधिक अवसर मिलने शुरू हो गए।
सवाल- आपके पिता कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे और आपको बार-बार मैदान छोड़ कर पिता को देखने अस्पताल जाना पड़ता था। इस दौरान अभिषेक नायर और चद्रकांत पंडित ने किस प्रकार साथ दिया?
सुयश- मेरे पिता बेहद बीमार थे। वे अपने जीवन के आखिरी पलों से लड़ रहे थे। मेरे दिमाग में हमेशा उन्हीं का ख्याल आता था। मैंने बीच में सोचा क्रिकेट छोड़ देता हूं। लेकिन, पहले मेरे पिता ने मुझे फोन पर कहा- जो होना है होगा तू अपना सपना पूरा कर। यहीं बात जब मैंने अभिषेक नायर को बताई तो उन्होंने कहा कि एक दिन सबको चले जाना है बस तुझे सोचना है क्रिकेट में अपना करियर बनाना है या छोड़ देना है। वहीं चद्रकांत पंडित ने भी मुझे समझाया छोड़ना किसी बात का हल नहीं है। मेरे सामने पूरी जिंदगी पड़ी थी। इसके बाद मैंने फैसला किया कि मैं खेलूंगा।
सवाल- 2025 आईपीएल में आप अपने हीरो विराट कोहली की टीम में खेलने वाले है, ये आपके लिए कैसा क्षण है? ओवर में पिटाई होने के बाद भी आप कैसे अपने आप को प्रोत्साहित करते हो?
सुयश- हां मैं बहुत खुश हूं कि मैं भारत के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली के साथ खेलने वाला हूं। रणजी और घरेलू सीजन में मुझे उनके साथ खेलने का अवसर नहीं मिला था। लेकिन, इस बार मुझे उनके साथ खेलने का अवसर मिल रहा है। उनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। उनका अग्रेशन और प्रेशर कंडीशन में खुद को संभालने की काबिलित शानदार लगती है।
एक ओवर में पिटाई होने के बाद एक बॉलर के रुप में वापसी करना मेरे लिए बहुत जरुरी हो जाता है। लेकिन, मैंने वरुण चक्रवर्ती भाई और सुनील नरेन से सीखा है कि कैसे खुद को मुश्किल कंडीशन में अपनी गेंदबाजी को आगे रखना है। मुझे आरसीबी की प्लेइंग इलेवन में चुना जाएगा तो मैं अपनी गेंदबाजी से 100 प्रतिशत दूंगा।
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