Jay Shah ने Lord's में घंटी बजाकर किया WTC Final 2025 का शंखनाद... क्या होती है ये परंपरा; सबकुछ जानें
ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका (AUS vs SA) की क्रिकेट टीमों के बीच ऐतिहासिक लॉर्ड्स (Lord’s) मैदान पर WTC Final 2025 का मैच खेला जा रहा है। इस मुकाबले के पहले दिन आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह (Jay Shah) ने खेल शुरू होने से पहले घंटी बजाई। अब सभी क्रिकेट फैंस यह जानने को बेताब हैं कि आखिर क्यों यहां घंटी बजाने के बाद ही दिन की शुरुआत हुई?
स्पोर्ट्स डेस्क,नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका (AUS vs SA WTC Final) की क्रिकेट टीमों के बीच ऐतिहासिक लॉर्ड्स (Lord’s) मैदान पर WTC Final 2025 का मैच खेला जा रहा है। इस मुकाबले के पहले दिन आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह ( ICC Chairman Jay Shah) ने खेल शुरू होने से पहले घंटी बजाई।
अब सभी क्रिकेट फैंस यह जानने को बेताब हैं कि आखिर क्यों यहां घंटी बजाने के बाद ही दिन की शुरुआत हुई और आखिर क्यों जय शाह को ऐतिहासिक मैदान पर ऐसा करने का मौका मिला?
Lord's के मैदान पर मैच से पहले क्यों बजाई जाती हैं घंटी?
दरअसल, लॉर्ड्स मैदान (Lord's Cricket Ground) में एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर, प्रशासक या खेल के जाने-माने लोगों द्वारा टेस्ट मैच से पांच मिनट पहले घंटी बजाने की एक परंपरा है। ये घंटी, जो लॉर्ड्स पवेलियन के बॉलर्स बार के बाहर स्थित है, वह ये संकेत देने के लिए बजाई जाती है कि मैच अब शुरू होने वाला है और टेस्ट मैच की सुबह इसे बजाने के लिए आमंत्रित किया जाना एक बड़ा सम्मान बन गया है।
इस परंपरा की शुरुआत साल 2007 में हुई थी। तब से लगातार यहां टेस्ट मैदान के दौरान कोई माननीय सदस्य इस परंपरा को निभाता आया है।
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अब ICC Chairman जय शाह को लॉर्ड्स के मैदान पर ये खास सम्मान मिला। साल 2007 में जब इस प्रथा की शुरुआत हुई थी तब महान बल्लेबाज सर विवियन रिचर्ड्स और बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल के पूर्व निर्माता पीटर बैक्सटर मैच के लिए घंटी बजाने वालों में से थे, जबकि सर गारफील्ड सोबर्स को भी यह सम्मान मिला है।
उसके कुछ समय बाद भारतीय टीम लॉर्ड्स के दौरे पर गई थी और वहां भारत के दो पूर्व कप्तानों- नवाब पटौदी और सुनील गावस्कर ने घंटी बजाई थी। इंग्लैंड के दो महानतम खिलाड़ियों, सर एलेक बेडसर और सर इयान बॉथम को भी उस मैच के दौरान सम्मान मिला था। साथ ही प्रसिद्ध क्रिकेट फोटोग्राफर पैट्रिक एगर को भी सम्मानित किया गया था।
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