रणजी में मुंबई के लिए खेलेंगे रोहित शर्मा, चोट की वजह से विराट कोहली- केएल राहुल हटे
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिली हार के बाद बीसीसीआई की रिव्यू मीटिंग हुई थी और इसमें दिग्गज खिलाड़ियों के रणजी ट्रॉफी खेलने को लेकर बात हुई थी। भारत के कई बड़े खिलाड़ी ये टूर्नामेंट नहीं खेलते हैं लेकिन बीसीसीआई इसे लेकर सख्त है। कप्तान रोहित शर्मा पर भी रणजी ट्रॉफी खेलने का दबाव था और उन्होंने इस लेकर खुलासा कर दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मुंबई के अगले रणजी ट्रॉफी मैच के लिए अपनी उपलब्धता की शनिवार को पुष्टि की, लेकिन घरेलू मैचों में स्टार खिलाड़ियों की भागीदारी को लेकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के व्यस्त कार्यक्रम से खिलाड़ियों के लिए समय निकालना मुश्किल है।
रोहित ने यह भी कहा कि कोई भी खिलाड़ी शीर्ष घरेलू प्रतियोगिता को हल्के में नहीं लेता है। भारतीय टीम के अन्य वरिष्ठ खिलाड़ी विराट कोहली और केएल राहुल चोट के कारण रणजी नहीं खेलेंगे। दोनों ने बीसीसीआई की मेडिकल टीम को सूचित किया है कि चोटों की वजह से वे 23 जनवरी से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी के अगले दौर में नहीं खेल पाएंगे।
कोहली की गर्दन में दर्द
कोहली को गर्दन में दर्द है और उन्होंने आठ जनवरी को (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी समाप्त होने के एक दिन बाद) इंजेक्शन लिया था। उन्होंने बताया कि दर्द अभी भी बरकरार है। वह राजकोट में सौराष्ट्र के खिलाफ मैच में दिल्ली टीम से नहीं खेल पाएंगे। राहुल की कोहनी में समस्या है, जिसके चलते वह कर्नाटक और पंजाब के बीच बेंगलुरु में होने वाले मैच में नहीं खेलेंगे। वहीं मुंबई की टीम मुंबई में एमसीए-बीकेसी ग्राउंड में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ खेलेगी।
रोहित ने की पुष्टि
बीसीसीआई मुख्यालय में घरेलू मैच के लिए उनकी उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर रोहित ने कहा, पिछले छह सात वर्षों से अगर आप हमारे कैलेंडर को देखें तो ऐसा कभी नहीं हुआ कि हम 45 दिनों तक घर बैठे रहे हो। ऐसा तभी होता है जब आइपीएल खत्म होने के तुरंत बाद कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं होता है। हमारा घरेलू सत्र अक्टूबर में शुरू होता है और मार्च तक चलता है।
घरेलू क्रिकेट पर दिया जोर
रोहित ने आगे कहा, जो खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के लिए सभी प्रारूप नहीं खेल रहे हैं और जब घरेलू क्रिकेट हो रहा है, तो वे इसमें खेल सकते हैं। मैं अपनी बात करूं तो मैंने 2019 से नियमित रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया है। ऐसे में आपको मुश्किल से ही समय मिलता है। जब आप नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं, तो आपको तरोताजा होने के लिए समय की जरूरत होती है। ऐसा नहीं है कि कोई घरेलू क्रिकेट को हल्के में ले रहा है।
खराब रहा था रोहित प्रदर्शन
37 साल के रोहित ने अपनी पिछली 15 टेस्ट पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक लगाया है। रोहित ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट मैचों की पांच पारियों में सिर्फ 31 रन ही बना सके थे। खराब फार्म के कारण वह पांच मैचों की सीरीज के आखिरी टेस्ट में नहीं खेले थे।
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