Rohit Sharma और Virat Kohli पर बढ़ गया दबाव, करियर बचाने के लिए हर हाल में करना होगा ये काम
भारतीय टीम के दो दिग्गज क्रिकेटर्स रोहित शर्मा और विराट कोहली को करियर बढ़ाने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। दोनों शीर्ष खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ गया है। बीसीसीआई के राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने डीडीसीए और एमसीए के पदाधिकारियों से फोन करके इसके लिए तैयार रहने को कहा। वैसे, इस मामले पर रोहित-विराट की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

रोहित शर्मा और विराट कोहली
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। टी-20 और टेस्ट से संन्यास ले चुके शीर्ष भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली को अगर ऑस्ट्रेलिया में होने वाली वनडे सीरीज के बाद भी लगातार इस प्रारूप में खेलना है तो उन्हें बीसीसीआई के घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी में खेलना होगा।
बीसीसीआई के राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) और मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के पदाधिकारियों को फोन करके इसके लिए तैयार रहने को कहा है। हालांकि रोहित और विराट ने अभी तक इसको लेकर कोई सहमति या असहमति नहीं व्यक्त की है।
दोनों को तैयारी परखनी होगी
इन दोनों को इस महीने ऑस्ट्रेलिया में होने वाली तीन वनडे की सीरीज में चुना गया है। हालांकि, रोहित की जगह शुभमन गिल को वनडे का भी कप्तान बनाकर संकेत दे दिए गए हैं कि टीम प्रबंधन किस दिशा में सोच रहा है।
जनवरी में न्यूजीलैंड के विरुद्ध होने वाली वनडे सीरीज से पहले इन दोनों को घरेलू क्रिकेट में अपनी तैयारी को परखना होगा। ऐसे में दोनों दिग्गज खिलाड़ियों को दिसंबर के अंत में शुरू होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी में कम से कम तीन मैच खेलने पड़ सकते हैं।
घरेलू क्रिकेट खेलने पर जोर
बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार दक्षिण अफ्रीका वनडे सीरीज (6 दिसंबर) के बाद और न्यूजीलैंड के विरुद्ध पहले वनडे (11 जनवरी, वडोदरा) के बीच पांच हफ्ते का अंतराल रहेगा। इसी दौरान घरेलू वनडे टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी आयोजित होगी, जिसमें मुंबई और दिल्ली की टीमें कुल छह राउंड के मैच खेलेंगी।
माना जा रहा है कि रोहित (मुंबई) और कोहली (दिल्ली) दोनों ही तीन से चार मैचों में हिस्सा लेंगे ताकि वे 2027 विश्व कप की तैयारियों में लय बनाए रख सकें। चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने हाल ही में यह स्पष्ट किया था कि हर केंद्रीय करार वाले खिलाड़ी (जो फिट और उपलब्ध है) को घरेलू क्रिकेट खेलना होगा।
अश्विन की सहमति
इस फैसले के बाद उम्मीद है कि सीनियर खिलाड़ियों की घरेलू क्रिकेट में वापसी से युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी। वहीं, पूर्व ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी अपने यूट्यूब चैनल पर कहा था कि अगर रोहित और कोहली को भविष्य की योजनाओं में बनाए रखना है, तो उन्हें कुछ घरेलू मुकाबले खेलने चाहिए।
उन्होंने कहा अगर वे विजय हजारे ट्रॉफी में खेलेंगे तो यह समझने में मदद मिलेगी कि वे किस फॉर्म में हैं। भारतीय क्रिकेट में जहां युवा खिलाड़ियों की एक नई पीढ़ी उभर रही है, वहीं टीम मैनेजमेंट चाहती है कि रोहित और कोहली जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी 50 ओवर के प्रारूप में अपनी लय और अनुभव बनाए रखें, ताकि टीम 2027 विश्व कप की राह पर मजबूती से आगे बढ़ सके।
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