Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    MS Dhoni का खास जिसने भारत को बनाया विश्व विजेता, हॉकी में खत्म किया 4 दशक का सूखा, अब चेस के नए बादशाह डी गुकेश को किया तैयार

    Updated: Fri, 13 Dec 2024 10:03 AM (IST)

    भारत ने साल 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था और 28 साल का सूखा खत्म किया था। 1983 के बाद ये भारत की पहली वनडे वर्ल्ड कप जीत थी। टोक्यो ओलंपिक-2020 में भारत ने हॉकी में चार दशक बाद मेडल जीता। इन दोनों जीतों में एक शख्स का अहम रोल था और अब उसी ने भारत को एक और विश्व चैंपियन तैयार करके दिया है।

    Hero Image
    एमएस धोनी के खास ने फिर किया कमाल

     जेएनएन, नई दिल्ली: भारत के साथ मानसिक कोच पैडी अप्टन का संबंध बहुत पुराना है। भारतीय क्रिकेट टीम को 2011 विश्व कप में चैंपियन बनाने से लेकर भारतीय हॉकी टीम को पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जिताने तक इनकी भूमिका खिलाड़ियों के मानसिक तैयारी में बहुत अहम रही है। अप्टन ने एक बार फिर अपना शानदार काम जारी रखते हुए विश्व के सबसे युवा चैंपियन बनने में डी गुकेश की सहायता की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कैंडिडेट्स चैलेंजर खिताब जीतने वाले सबसे युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश के पास विश्व चैंपियनशिप की तैयारी के लिए केवल छह माह का समय था। विश्व के सबसे बड़े मंच की तैयारी के लिए उनकी टीम ने पैडी अप्टन पर भरोसा जताया और परिणाम हमारे सामने है।

    यह भी पढ़ें- World Chess Champion: कौन हैं डी गुकेश? जो बने चेस के नए बादशाह, विश्वनाथन आनंद के बाद किया ऐसा कमाल

    इस तरह बदल दी कहानी

    गुकेश के चैंपियन बनने के बाद पैडी अप्टन ने कहा, 'मुझसे उनकी टीम ने कैंडिडेट्स चैलेंजर जीतने के बाद संपर्क किया था। हमारे पास कुल छह माह का समय था। बड़े टूर्नामेंट में अक्सर पहली बार भाग लेने वाले खिलाड़ी यही सोचते हैं कि हम क्या अलग करें, लेकिन मेरी रणनीति यही थी कि मैं उन्हें इसके लिए तैयार करूं कि वह जो अब तक करते आए हैं केवल उसे जारी रखें और टूर्नामेंट की 14 बाजियों की जगह वह केवल एक बार में एक बाजी के बारे में सोचें। मैंने उन्हें इस तरह तैयार किया था कि सिंगापुर में उन्हें मेरे पास आने की जरूरत न पड़े। मैं बेहद खुश हूं कि उन्हें इसकी कभी आवश्यकता नहीं पड़ी।'

    माने जाते हैं धोनी के खास

    पैडी अप्टन को भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का खास माना जाता है। धोनी जब भारत के कप्तान थे तब अप्टन 2008 से 2011 तक टीम इंडिया के साथ थे। इस दौरान भारत ने काफी सफलता हासिल की थी। अप्टन ने भारत को हॉकी में अपनी खोई हुई विरासत पाने में भी मदद की। टीम इंडिया ने टोक्यो ओलंपिक-2020 में कांस्य पदक जीता था जो उसका चार दशक में पहला ओलंपिक मेडल था। ये भारत के लिए बहुत बड़ी बात थी और इसमें अप्टन के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।

    यह भी पढ़ें- D Gukesh बने शतरंज के नए वर्ल्ड चैंपियन, सबसे कम उम्र में खिताब जीता; PM मोदी ने दी बधाई