On This Day: वीरेंद्र सहवाग ने वनडे रिकॉर्ड बुक को किया उथल-पुथल, 'क्रिकेट के भगवान' का कीर्तिमान किया ध्वस्त
भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने आज के दिन 14 साल पहले वनडे क्रिकेट की काया पलट दी थी। तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करने के लिए मशह ...और पढ़ें

वीरेंद्र सहवाग
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने आज के दिन 14 साल पहले यानी 8 दिसंबर 2011 को रिकॉर्ड्स बुक को उथल-पुथल करके रख दिया था। वीरू ने अपने वनडे करियर की सबसे बेहतरीन पारी खेलकर महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का कीर्तिमान ध्वस्त किया था।
सहवाग ने इंदौर के होल्कर स्टेडियम पर वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की बखियां उधेड़ते हुए रिकॉर्ड 219 रन बनाए थे, जो तब वर्ल्ड रिकॉर्ड था। इसे आगे चलकर रोहित शर्मा (264 रन) ने तोड़ा था। वीरू वनडे प्रारूप में दोहरा शतक जड़ने वाले दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बने थे। इससे पहले सचिन तेंदुलकर (200*) ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ दोहरा सैकड़ा जमाया था।
वीरू का तूफानी अंदाज
बता दें कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच 8 दिसंबर 2011 को इंदौर के होल्कर स्टेडियम पर चौथा वनडे मैच खेला गया। भारतीय कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। इस डे/नाइट मुकाबले में वीरू ने अपने साथी गौतम गंभीर (67) के साथ मिलकर 176 रन की साझेदारी करके भारत को धांसू शुरुआत दिलाई। गंभीर के रन आउट होने से यह साझेदारी टूटी।
फिर सहवाग ने सुरेश रैना (55) के साथ दूसरे विकेट के लिए 140 रन की साझेदारी करके भारत का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया। 44 गेंदों में 55 रन बनाकर रैना भी रन आउट हुए। इसके बाद रवींद्र जडेजा (10) कुछ खास नहीं कर सके और रसेल की गेंद पर रामपॉल को कैच थमाकर पवेलियन लौटे।
वीरू का जवाब नहीं
सहवाग ने फिर रोहित शर्मा (27) के साथ 35 रन जोड़े और इस दौरान अपना दोहरा शतक पूरा किया। उन्होंने केवल 149 गेंदों में 25 चौके और सात छक्के की मदद से 219 रन बनाए। पोलार्ड ने वीरू की पारी पर विराम लगाया। वीरू वनडे में दोहरा शतक जमाने वाले दुनिया के पहले कप्तान बने।
वीरू की पारी के दम पर भारत ने निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 418 रन बनाए। विराट कोहली (23*) और पार्थिव पटेल (3*) रन बनाकर नाबाद लौटे। वेस्टइंडीज की तरफ से केमार रोच, किरोन पोलार्ड और आंद्रे रसेल को एक-एक विकेट मिला।
सस्ते में निपटी वेस्टइंडीज
भारत के विशाल स्कोर के सामने वेस्टइंडीज की एक नहीं चली और पूरी टीम 49.2 ओवर में 265 रन पर ऑलआउट हो गई। विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश रामदीन ने जरूर लड़ाई लड़ी और 96 गेंदों में 12 चौके की मदद से 96 रन बनाए। इसके अलावा अन्य कोई बल्लेबाज अर्धशतक नहीं लगा सका।
भारत ने 153 रन के विशाल अंतर से मैच जीता। मेजबान टीम की तरफ से रवींद्र जडेजा और राहुल शर्मा ने तीन-तीन विकेट झटके। सुरेश रैना के खाते में दो विकेट आए। रविचंद्रन अश्विन को एक सफलता मिली।
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