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    'बुमराह ने इंग्लैंड में नंबर 1 गेंदबाज जैसा प्रदर्शन नहीं किया', टेस्‍ट सीरीज के बाद दिग्‍गजों के निशाने पर जसप्रीत

    Updated: Thu, 07 Aug 2025 07:25 PM (IST)

    हाल ही में खत्‍म हुई टेस्‍ट सीरीज में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 3 टेस्‍ट खेले। हालांकि भारतीय टीम इनमें से कोई भी मुकाबला नहीं जीत सकी थी। 2 में हार मिली और 1 ड्रॉ रहा। अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफानन पठान ने कहा है कि जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड में हुई सीरीज के दौरान नंबर एक गेंदबाज होने के मानकों पर खरे नहीं उतरे।

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    बुमराह ने 2 मैच में किया आराम। इमेज- बीसीसीआई

     स्‍पोर्ट्स डेस्‍क, नई दिल्‍ली। हाल ही में खत्‍म हुई टेस्‍ट सीरीज में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 3 टेस्‍ट मैच ही खेले थे। हालांकि, भारतीय टीम इनमें से कोई भी मुकाबला नहीं जीत सकी थी। भारत और इंग्‍लैंड के बीच सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्‍त हुई।

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    अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफानन पठान ने कहा है कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड में हुई सीरीज के दौरान नंबर एक गेंदबाज होने के मानकों पर खरे नहीं उतरे। बुमराह ने सीरीज में 26 की औसत और 3.04 की इकॉनमी से 14 विकेट लिए।

    100 से ज्‍यादा रन लुटा दिए

    तीन टेस्ट मैचों में बुमराह ने 119.4 ओवर गेंदबाजी की। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में हुए चौथे टेस्ट में वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं दिखे। उन्होंने अपने करियर में पहली बार 100 से ज्‍यादा रन खर्च कर दिए। सीरीज के बाद पठान ने कहा कि भले ही उनका नाम ऑनर्स बोर्ड पर दर्ज हो गया, लेकिन वह नंबर एक गेंदबाज की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।

    5 विकेट हॉल लेने का कारनामा किया

    पठान ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, सच कहूं तो, जब भी वह खेले, उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच विकेट लिए और लॉर्ड्स ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम दर्ज कराया। लेकिन जब आप नंबर एक गेंदबाज होते हैं, तो आपसे नंबर एक लेवल के प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है, और मुझे लगा कि वह उस पर खरे नहीं उतरे।"

    खुद को झोंक सकते थे बुमरााह

    उन्होंने यह भी कहा कि सीरीज में ऐसे कई मौके आए जब बुमराह खुद को पूरी ताकत से झोंक सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। पठान ने कहा, "ऐसे भी मौके आए, जैसे जब छठा ओवर जरूरी था। मैंने कमेंट्री के दौरान भी इस बारे में बात की थी। जो रूट को बुमराह ने 11 बार आउट किया था और उस लॉर्ड्स टेस्ट में बुमराह ने पांच ओवर फेंके थे। बस एक और ओवर जोर लगाया जा सकता था। मुझे लगा कि उन्होंने थोड़ा संयम बरता। कुछ चुनिंदा गेंदबाजी भी हुई, जिसके मैं हमेशा से खिलाफ रहा हूं।"

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