'Jasprit Bumrah जब प्लेइंग-11 में होते हैं तब भारत हारता हैं...', डरावने आंकड़ों पर सचिन तेंदुलकर का फूटा गुस्सा
Sachin Tendulkar on Bumrah महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने जसप्रीत बुमराह को लेकर सामने आए एक चौंकाने वाले आंकड़े पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। हाल ही में सामने आए आंकड़े के अनुसार बुमराह जब भी प्लेइंग-11 में होते हैं तब भारत टेस्ट मैच गंवाता हैं। इस पर सचिन तेंदुलकर ने ट्रोलर्स को लताड़ लगाते हुए इसे संयोग बताया और बुमराह का बचाव किया।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Sachin Tendulkar on Jasprit Bumrah: जसप्रीत बुमराह भारत के सबसे बेहतरीन गेंदबाज माने जाते हैं, लेकिन उनको लेकर एक हैरानी भरा आंकड़ा सामने आया है। आंकड़ा ये है कि जब वे प्लेइंग-11 में होते हैं, तब भारत ने ज्यादा टेस्ट मैच गंवाए हैं।
बुमराह के साथ खेले गए 48 टेस्ट में भारत ने 22 हारे और सिर्फ 20 जीते हैं, वहीं उनके बिना खेले गए 28 टेस्ट में भारत ने 20 मैच जीते हैं। यह आंकड़ा बहुत चौंकाने वाला लगता है क्योंकि बुमराह को भारत का सबसे बड़ा मैच विनर गेंदबाज माना जाता है। अब इस आंकड़े पर महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का गुस्सा फूटा हैं।
Bumrah का Sachin Tendulkar ने किया बचाव
दरअसल, इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन और द ओवल मैच में जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) नहीं खेले और उस मैच में भारत ने जीत हासिल की। वहीं बुमराह के टीम में होने पर भारत ने दो मैच हारे और एक ड्रॉ रहा। पांचवें टेस्ट में भारत की जीत के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने बुमराह का मजाक उड़ाया और टीम के साथ उनके रिकॉर्ड को लेकर सवाल उठाए।
लेकिन महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बुमराह का बचाव किया और कहा कि ये आंकड़े सिर्फ एक संयोग हैं। सचिन ने रेडिट पर एक वीडियो में कहा,
"मुझे पता है लोग कई बातें कर रहे हैं, जो मैच बुमराह ने नहीं खेले, वो हम जीत गए। मेरे लिए यह सिर्फ एक कॉइनसीडेंस है।"
वहीं, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये बुमराह की अपनी मर्जी से मैच चुनने का मामला नहीं है, बल्कि उनका करियर लंबे समय तक चले, इसके लिए उन्हें आराम दिया जाता है।
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बुमराह को कई बार चोट लगी है और पिछले साल वर्ल्ड कप से पहले भी उन्हें लंबी रिहैब से गुजरना पड़ा था। अगर वो फिर से चोटिल होते हैं तो शायद उनका करियर जल्दी खत्म हो सकता है। यही वजह है कि बोर्ड और टीम मैनेजमेंट उनकी फिटनेस को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता और उन्हें रोटेशन में खिलाया जाता है।
इतना ही नहीं, सचिन तेंदुलकर ने बुमराह की सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने को लेकर उनकी तारीफ की। उन्होंने कहा कि बुमराह ने शानदार शुरुआत की, पहले टेस्ट में 5 विकेट लिए। दूसरा टेस्ट नहीं खेले, लेकिन तीसरे और चौथे टेस्ट में लॉर्ड्स पर फिर से 5 विकेट लिए। मतलब तीन टेस्ट में से दो में उन्होंने पांच-पांच विकेट लिए हैं।
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