IPL 2023 Auction Rule: आईपीएल मिनी ऑक्शन में लागू होता है साइलेंट टाई-ब्रेकर नियम, जानें कैसे करता है काम
आईपीएल में हर टीम को खिलाड़ियों के खरीदने के कुछ नियम होते हैं उन्हीं में से एक है। साइलेंट टाई-ब्रेक नियम। इस नियम का फ्रेंचाइजी न के बराबर ही प्रयोग करती हैं। इसमें एक पर्ची में सीक्रेट रमक लिखकर बोली लगाई जाती है।

नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट लीग में मशहूर आईपीएल का 16वां सीजन भारत में खेला जाएगा। शुक्रवार को आईपीएल 2023 मिनी ऑक्शन कोच्चि में आयोजित किया जाएगा। पिछला सीजन कोरोना वायरस के चलते यूएई में शिफ्ट कर दिया गया था। 87 स्लॉट के लिए 10 टीम 405 खिलाड़ियों पर बोली लगाएंगी।
हर टीम को खिलाड़ियों के खरीदने के कुछ नियम होते हैं उन्हीं में से एक है। साइलेंट टाई-ब्रेक नियम। इस नियम का फ्रेंचाइजी न के बराबर ही प्रयोग करती हैं, लेकिन अगर किसी टीम के पास पैसे खत्म हो गए हैं तो इस नियम का उपयोग किया जा सकता है। आइए समझते हैं इस साइलेंट ट्राई-ब्रेक नियम के बारे में।
ऐसे काम करता है टाई ब्रेकर नियम
साल 2010 में इस टाई-ब्रेक नियम को लगाया गया था। इसे मिनी ऑक्शन के लिए लागू किया गया था। इसके तहत अगर दो टीम किसी खिलाड़ी को खरीदना चाहती हैं और उनके पर्स में पैसे नहीं बचे हैं तो टाई ब्रेकर नियम लागू होता है। इसके तहत टीमों को उस खिलाड़ी के लिए सीक्रेट बोली लिखकर देनी होती है।
टीमें लगाती हैं सीक्रेट बोली
ऐसे में जिस टीम की बोली ज्यादा होती है, वह खिलाड़ी उस टीम का हो जाता है। हालांकि, खिलाड़ी को टीम के पर्स जितना ही पैसा मिलता है और बाकी रकम बीसीसीआई के पास चली जाती है। बीसीसीआई इसके लिए एक फॉर्म फिल करवाता है। उसमें सीक्रेट बोली का जिक्र किया जाता है। यहां यह भी जानना दिलचस्प होगा कि अगर ऑक्शन के दिन किसी टीम का स्लॉट पूरा नहीं होता है तो वह अगले दिन अनसोल्ड खिलाड़ियों खरीदने पर विचार कर सकती है।

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