Champions Trophy 2025: भारतीय क्रिकेटर्स के साथ दुबई नहीं जाएंगी उनकी पत्नियां, जानें क्या है BCCI की नई यात्रा नीति
ऑस्ट्रेलिया में बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मिली हार के बाद बीसीसीआई ने सख्ती करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए थे जिसमें से एक यह था कि अब विदेशी दौरे पर कोई क्रिकेटर अगर 150 किग्रा से ज्यादा सामान लेकर जाता है तो एयरलाइंस को किए जाने वाले अतिरिक्त वजन का भुगतान बीसीसीआई नहीं करेगा। खिलाड़ी खुद ही इसका खर्च उठाएगा।
अभिषेक त्रिपाठी, जागरण नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया में बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मिली हार के बाद बीसीसीआई ने सख्ती करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए थे, जिसमें से एक यह था कि अब विदेशी दौरे पर कोई क्रिकेटर अगर 150 किग्रा से ज्यादा सामान लेकर जाता है तो एयरलाइंस को किए जाने वाले अतिरिक्त वजन का भुगतान बीसीसीआई नहीं करेगा। खिलाड़ी खुद ही इसका खर्च उठाएगा।
27 बैग लेकर चल रहा था प्लेयर
दरअसल, एक स्टार खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 27 बैग लेकर चल रहा था। बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान एक स्टार खिलाड़ी अपने साथ 27 बैग और ट्राली बैग लेकर चल रहे थे। उनके सामान का कुल वजन 250 किग्रा से भी ज्यादा था। इस सामान में 17 बल्ले थे। इसमें क्रिकेटर के अलावा उनके निजी स्टाफ व परिवार के बैग भी शामिल थे। निजी स्टाफ व परिवार के बैग अलग से ले जाने होते हैं, लेकिन इन्हें इस स्टार क्रिकेटर के सामान में शामिल कराया गया जिससे बीसीसीआई उसका भुगतान करे।
लाखों का पेमेंट करना पड़ा
भारत से ऑस्ट्रेलिया, इसम्स्ट्रेलिया के एक शहर से दूसरे शहर और वापस भारत तक ये बैग बीसीसीआई के खर्चे पर एक जगह से दूसरे जगह पहुंचते रहे। हालांकि इसमें कितना खर्च हुआ, ये जानकारी बीसीसीआई अधिकारी ने नहीं दी, लेकिन फिर भी बोर्ड को लाखों में इसका भुगतान करना पड़ा होगा। केवल इतना ही नहीं, इस क्रिकेटर को देखकर बाकी खिलाड़ी भी ऐसा करने लगे थे, जिसके बाद बीसीसीआई को सख्ती दिखानी पड़ी।
प्लेयर को खुद करना होगा भुगतान
बीसीसीआई ने इसके बाद यह तय किया कि अब प्रत्येक खिलाड़ी को विदेश दौरे पर 150 किग्रा सामान ही ले जाने की अनुमति होगी। इसके अतिरिक्त सामान अगर क्रिकेटर ले जाता है तो उसे ही एयरलाइंस को इसका भुगतान करना होगा।
इसके साथ ही बीसीसीआई ने यह भी तय किया था कि सभी खिलाड़ी टीम बस से ही जाएंगे। इसके बाद कोलकाता में पहले टी-20 मुकाबले के लिए पहुंचीं भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी एक ही बस से स्टेडियम और होटल गए थे। बीसीसीआई ने टीम में एकजुटता बनाए रखने के लिए यह तय किया था कि चाहे कितना भी बड़ा खिलाड़ी हो, वह अलग से नहीं जा सकता।
खिलाड़ियों के साथ दुबई नहीं जाएंगी पत्नियां
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के पत्नियां या परिवारवाले साथ नहीं जाएंगे चूंकि बीसीसीआई की नई यात्रा नीति पहली बार इस टूर्नामेंट के जरिये लागू हो रही है। 19 फरवरी से शुरू हो रही इस टूर्नामेंट का फाइनल नौ मार्च को है लिहाजा यह दौरा तीन सप्ताह से कम समय का ही है जिसमें बीसीसीआई खिलाड़ियों के परिवार को साथ जाने की अनुमति नहीं देगा।
नई नीति के तहत 45 दिन या उससे लंबे दौरे पर ही परिवार खिलाड़ियों के साथ अधिकतम दो सप्ताह के लिए जा सकता है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि 'अगर कुछ बदलता है तो बात अलग है, लेकिन अभी तो खिलाड़ियों के साथ उनका परिवार नहीं जा रहा। एक सीनियर खिलाड़ी ने इसके बारे में पूछा था लेकिन उसे बताया गया कि नई नीति का पालन किया जाएगा।
बीसीसीआई की नीति में कहा गया है, 'विदेश दौरे पर 45 दिन या अधिक समय भारत से बाहर रहने पर खिलाड़ी की पत्नी और बच्चे (18 वर्ष से कम उम्र के) अधिकतम दो सप्ताह के लिए साथ रह सकते हैं। इस नीति से अलग जाने पर उन्हें कोच, कप्तान और जीएम परिचालन से अनुमति लेनी होगी। इससे इतर अवधि के लिए खर्च भी बीसीसीआई नहीं उठाएगा।'
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