IND vs SL: कप्तान Suryakumar Yadav की एक खूबी सब पर पड़ी भारी, भारतीय खिलाड़ी ने किया बड़ा खुलासा
भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को तीसरे टी20 मैच में हरा दिया। टीम इंडिया की जीत चौंकाने वाली रही क्योंकि एक समय श्रीलंकाई टीम ये मैच जीतती हुई दिख रही थी। आखिरी दो ओवरों में भारत ने बाजी पलटी और मैच को सुपर ओवर में ले जाकर जीत लिया। इस मैच के बाद वॉशिंगटन सुंदर ने सर्यकुमार की कप्तानी की जमकर तारीफ की है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के युवा ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने कहा है कि टी20 के नए कप्तान सूयकुमार यादव का श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में अहम मौके पर रिंकू सिंह को गेंदबाजी देना और आखिरी ओवर खुद करना उनकी जोखिम लेने की क्षमता को बताता है और इसी के दम पर भारत को आखिरी मैच में जीत मिली।
भारत और श्रीलंका के बीच मंगलवार को पल्लेकेले में खेले गए आखिरी टी20 मैच में भारत ने श्रीलंका के मुंह से जीत छीन ली। श्रीलंकाई टीम 138 रनों के टारगेट का पीछा कर रही थी। आखिरी दो ओवरों में उसे 12 रनों की जरूरत थी जबकि उसके छह विकेट बचे थे। सू्र्यकुमार ने यहां दांव चला और 19वां ओवर रिंकू सिंह को दे दिया। इस ओवर में रिंकू ने दो विकेट निकाले। आखिरी ओवर सूर्यकुमार ने खुद फेंका जिसमें दो विकेट लेकर सभी को हैरान कर दिया।
मैच सुपर ओवर में गया। यहां श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी की और चार गेंदों के अंदर दो विकेट खो दिए। भारत को तीन रनों का टारगेट मिला जो सूयकुमार ने पहली गेंद पर चौका मार कर हासिल करते हुए भारत को जीत दिला दी।
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सूर्या की कप्तानी शानदार
मैच के बाद सुंदर ने सूर्यकुमार की कप्तानी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, ये शानदार था। उनकी कप्तानी शानदार है। 12 गेंदें बची थीं और 12 रन चाहिए थे। ऐसे मौके पर उनका रिंकू सिंह को लाना, खासकर तब जब कुसल परेरा बल्लेबाजी कर रहे हों, रिंकू ने उन्हें आउट कर दिया। आखिरी ओवर में सू्र्यकुमार खुद गेंदबाजी करने आ गए और हमें मैच जिता दिया।"
सुंदर ने कहा, "हम सभी जानते हैं कि जब वह बल्लेबाजी करने जाते हैं तो दिल खोलकर खेलते हैं। लेकिन कप्तानी के मामले में भी उनका दिल बड़ा है। जीत का श्रेय उनको जाता है।"
सूर्या बढ़ा रहे थे हौसला
सुंदर ने कहा कि बीच के ओवरों में जब विकेट नहीं मिल रहे थे तब सूर्यकुमार टीम का हौसला बढ़ा रहे थे और लगातार विकेट लेने की कह रहे थे। सुंदर ने कहा, "सूर्या कह रहे थे कि एक-दो विकेट मैच को बदल देंगे और इस तरह के मैचों में, लो स्कोरिंग मैचों में, रन प्रति गेंद हासिल करना भी काफी दबाव वाला होता है। बल्लेबाजों पर दबाव होता है कि वह काम खत्म करें, खासकर तब जब विकेट पर गेंदबाजों के लिए काफी कुछ हो।"
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