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    IND U19 vs PAK U19: भारत ने मोहसिन नकवी से नहीं ली ट्रॉफी, ये है असली कारण

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 06:06 PM (IST)

    अंडर-19 एशिया कप में भारतीय टीम को पाकिस्तान के हाथों मुंह की खानी पड़ी है। टीम इंडिया को 191 रनों के विशाल अंतर से हार मिली है। इस हार के बाद उप-विजे ...और पढ़ें

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    पाकिस्तान ने भारत को दी मात

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत को अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान ने उसे 191 रनों के विशाल अंतर से मात दी है। भारत को इस हार की उम्मीद नहीं थी क्योंकि टीम इंडिया का पलड़ा हमेशा से भारी रहा। इसी टूर्नामेंट के ग्रुप चरण के मैच में भारत ने पाकिस्तान को रौंदा था। फाइनल में टीम इंडिया ये काम नहीं कर सकी। वह उप-विजेता बनी। प्रेजेंटेशन सैरेमनी में भारतीय कप्तान आयुश म्हात्रे ने एशियन क्रिकेट काउंसिल और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी नहीं ली।

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    भारत ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड मीरवाइस अशरफ से ट्रॉफी ली। सभी के मन में सवाल था कि क्या सीनियर टीम के एशिया कप की तरह इस एशिया कप में भी नकवी भारत को ट्रॉफी देंगे। भारत ने सीनियर टीम के एशिया कप में नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था और आज तक भारत को ये ट्रॉफी नहीं मिली है।

    ये है कारण

    इस अंडर-19 एशिया कप में पाकिस्तान से हारने के बाद ये तय हो गया था कि भारत को नकवी से ट्रॉफी नहीं लेनी होगी। इसके कुछ प्रोटोकॉल हैं। एसीसी चेयरमैन विजेता टीम को ट्रॉफी देता है। यहां वो विजेता टीम पाकिस्तान थी और सीनियर एशिया कप में भारत। उप-विजेता टीम को ट्रॉफी एसोसिएशन के बाकी सदस्य में से कोई देता है तो ऐसे में भारत को ट्रॉफी अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयमैन ने दी।

    अगर भारत यहां विजेता होता तो उसे ट्रॉफी नकवी ही देते और फिर संभवतः वही होता जो सीनियर टीम के एशिया कप में हुआ था। युवा टीम इंडिया फिर नकवी से ट्रॉफी लेने से मना कर देती और एक बार फिर ड्रामा होता।

    इसलिए नहीं ली थी ट्रॉफी

    भारत ने सीनियर टीम के एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ भी नहीं मिलाया था। इसका कारण अप्रैल-2025 में पहलगाम में हुआ आतंकी हमला था। भारत ने सितंबर में हुए उस टूर्नामेंट में तीन बार पाकिस्तान का सामना किया था और तीनों बार हाथ नहीं मिलाया था। इसी कारण भारत ने किसी भी पाकिस्तानी अधिकारी से ट्रॉफी लेने से मना कर दिया था। ये परंपरा महिला वनडे वर्ल्ड कप से लेकर अंडर-19 एशिया कप तक में जारी रही।

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