52 गेंदों में 103*: अगला Rishabh Pant? भारतीय अंडर-19 विकेटकीपर बल्लेबाज Harvansh Singh ने इंग्लैंड की उड़ाई धज्जियां
भारतीय अंडर-19 विकेटकीपर बल्लेबाज हरवंश सिंह पंगालिया ने इंग्लैंड अंडर-19 टीम के खिलाफ अभ्यास मैच में अपना जलवा बिखेरा। उन्होंने केवल 52 गेंदों में 9 छक्के की मदद से तूफानी शतक जमाया। युवराज सिंह से प्रेरित गुजरात के हरवंश सिंह का लक्ष्य देश का प्रतिनिधित्व करना है।
शतक का जश्न मनाते हुए हरवंश सिंह पंगालिया
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय अंडर-19 टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज हरवंश सिंह पंगालिया ने मंगलवार को इंग्लैंड अंडर-19 के खिलाफ अभ्यास मैच में तूफानी शतक जड़ा।
पंगालिया पारी के 36वें ओवर में बल्लेबाजी करने आए, जब भारत का स्कोर 251/7 था। उन्होंने अंबरिश के साथ 126 रन की शतकीय साझेदारी की।
अंबरिश ने सिर्फ 47 गेंदों में 72 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली और पवेलियन लौटे। तब पंगालिया 33 गेंदों में 47 रन बनाकर खेल रहे थे। उन्होंने अगली गेंद पर चौका जमाकर अपना अर्धशतक पूरा किया।
पंगालिया का आया तूफान
पंगालिया ने आखिरी के तीन ओवरों में अपना आक्रामक रूप दिखाया। उन्होंने मैनी लुम्सडेन द्वारा किए पारी के 48वें ओवर में लगातार दो छक्के जमाए। फिर लुम्सडेन से लगातार दो नो बॉल डाली।
अगले ओवर में मैथ्यू फिरबैंक की गेंद पर पंगालिया ने एक और छक्का जमा दिया। आखिरी ओवर में पंगालिया ने इंग्लैंड के होश उड़ा दिए। उन्होंने लुम्सडेन की गेंद पर पहले चौका जमाया और फिर तीन गगनचूंबी छक्के जड़े।
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हरवंश सिंह पंगालिया ने सिर्फ 52 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। ध्यान देने वाली बात है कि हरवंश का दूसरा अर्धशतक केवल 18 गेंदों में बना।
भारत की विशाल जीत
भारत ने पंगालिया की तूफानी पारी के दम पर निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 442 रन बनाए। सौराष्ट्र के युवा बल्लेबाज ने पिछले साल अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 117 रन की पारी खेली थी। तब उन्होंने सात चौके और छह छक्के जमाए थे।
कौन हैं हरवंश सिंह?
हरवंश सिंह गुजरात के छोटे से शहर गांधीधाम के रहने वाले हैं। हरवंश अपने पिता दमनदीप और चाचा कुंवरजीत सिंह को क्रिकेट खेलते हुए देख बड़े हुए। उल्लेखनीय है कि दमनदीप और कुंवरजीत दोनों विकेटकीपर थे। अब हरवंश का परिवार कनाडा में बस गया है। उनके पिता ब्रेंपटन में ट्रक चलाते हैं।
हरवंश गांधीधाम में अपनी मां के साथ रहते हैं और उन्होंने अपने पिता से वादा किया था कि वो एक दिन उन्हें देश बुला लेगा। दमनदीप ने कभी नहीं सोचा था कि युवराज सिंह के छह छक्के उनके बेटे को इतना प्रभावित कर देंगे कि वो देश का प्रतिनिधित्व करने की ठान लेगा।
राजकोट भी हमारे शहर से 200 किमी दूर है। 2012 में सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने हमारे शहर में एकेडमी खोली। हरवंश का छह साल की उम्र में मैंने एकेडमी में दाखिला कराया। उसने कीपिंग मेरे कारण अपनाई। मगर वो बाएं हाथ का बल्लेबाज युवराज सिंह के कारण बना। वो युवराज सिंह का बड़ा प्रशंसक है जबकि उसने उनका सबसे बेहतरीन समय नहीं देखा। मगर युवी ने जो स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में छह छक्के जमाए थे, मेरा बेटा उससे प्रेरित हुआ।
दमनदीप - टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम को इंटरव्यू में कहा
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