Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kapil Dev: भारत को दुनिया जिताने वाला कप्तान, वेस्टइंडीज का घमंड किया था चूर-चूर; इतिहास के पन्नों में दर्ज है 175 रन की वो ऐतिहासिक पारी

    Updated: Sat, 06 Jan 2024 07:00 AM (IST)

    983 विश्व कप में भारत की भिड़ंत जिम्बाब्वे के साथ हो रही थी। टॉस जीतकर कप्तान कपिल देव ने बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। कहा जाता है कि कपिल देव टॉस जीतने के बाद तुरंत नहाने चले गए थे क्योंकि वह बैटिंग क्रम में छठे नंबर पर उतरते थे। हालांकि कपिल को भी यह अंदाजा नहीं था कि उनके नहाते भर में ही आधी टीम पवेलियन लौट जाएगी।

    Hero Image
    कपिल देव ने अपनी करियर के दौरान कई बड़ी उपलब्धियों को अपने नाम किया। फोटो क्रेडिट- एक्स

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्लीHappy Birthday Kapil Dev: साल 1983 का था और वर्ल्ड क्रिकेट में वेस्टइंडीज का एकतरफा राज था। दो विश्व कप कैरेबियाई टीम जीत चुकी थी और पूरी दुनिया को वेस्टइंडीज की हैट्रिक का मानो यकीन था। इंग्लैंड की धरती पर उस समय की सबसे फिसड्डी टीम माने जाने वाली भारतीय टीम भी विश्व कप में हिस्सा लेने पहुंची थी। टूर्नामेंट के आगाज से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कपिल देव ने कहा था कि वह अपनी टीम के साथ इंग्लिश सरजमीं पर नया इतिहास लिखने आए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हर किसी ने उस समय इस भारतीय कप्तान की खिल्ली उड़ाई थी और उनकी बात को हंसी में उड़ा दिया था। हालांकि, 25 जून 1983 को वेस्टइंडीज को पटखनी देकर कपिल देव ने वर्ल्ड क्रिकेट को अपना दीवाना बना दिया था। आज उसी कप्तान का जन्मदिन है और उनकी उपलब्धियों को जानने का इसका अच्छा दिन क्या ही होगा।

    जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली वो 175 रन की पारी

    1983 विश्व कप में भारत की भिड़ंत जिम्बाब्वे के साथ हो रही थी। टॉस जीतकर कप्तान कपिल देव ने बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। कहा जाता है कि कपिल देव टॉस जीतने के बाद तुरंत नहाने चले गए थे, क्योंकि वह बैटिंग क्रम में छठे नंबर पर उतरते थे। हालांकि, शायद उस दिन कपिल को भी यह अंदाजा नहीं था कि उनके नहाते भर में ही आधी टीम पवेलियन लौट जाएगी और उनको आनन-फानन में मैदान पर उतरना पड़ा।

    17 रन पर 5 विकेट गिरने के बाद कपिल देव को क्रीज पर आना पड़ा। उस दिन कपिल 22 गज की पिच पर नया इतिहास लिखने मैदान पर उतरे थे। कपिल ने दबाव वाली परिस्थिति में विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी की और 138 गेंदों पर 175 रन की वो ऐतिहासिक पारी खेली, जिसका जिक्र आज भी किया जाता है। कपिल की इस पारी को वर्ल्ड क्रिकेट ने दोनों हाथ जोड़कर सलाम ठोका था।

    यह भी पढ़ें- IND-W vs AUS-W: शेफाली-मंधाना के तूफान में उड़ी ऑस्ट्रेलिया की चुनौती, Titas Sadhu ने लूटी गेंद से महफिल; भारतीय टीम ने 9 विकेट से मारी बाजी

    वेस्टइंडीज का तोड़ा घमंड

    कपिल देव ने साल 1983 का वर्ल्ड कप जीतकर वेस्टइंडीज की हुकूमत को भी खत्म कर दिया था। कपिल ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को दुनिया जीतने का भरोसा दिलाया था, जो 25 जून 1983 को सच भी हुआ था। उस दौर में वेस्टइंडीज क्रिकेट का वर्चस्व खत्म करना बहुत बड़ी बात थी, क्योंकि विव रिचर्ड्स की तूफानी बल्लेबाजी पर लगाम लगाना और कैरेबियाई फास्ट बॉलर की आग उगलती गेंदों को खेलना अपने आप में बड़ी चुनौती माना जाता था।

    कपिल देव का करियर

    कपिल देव का इंटरनेशनल करियर काफी शानदार रहा। कपिल ने 131 टेस्ट मैचों में कुल 434 विकेट अपने नाम किए। वहीं, वनडे क्रिकेट में कपिल ने 225 मैचों में 253 विकेट चटकाए। बल्लेबाजी में कपिल देव ने टेस्ट में 5,248 रन बनाए, जबकि वनडे क्रिकेट में उनके बल्ले से 3,783 रन निकले।