Barinder Sran: बांग्लादेश सीरीज से पहले भारतीय क्रिकेटर ने लिया संन्यास, MS Dhoni की कप्तानी में किया था डेब्यू
Barinder Sran retirement भारत और बांग्लादेश के बीच अगले महीने टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। इस सीरीज से पहले भारती गेंदबाज बरिंदर सरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की जानकारी दी। उन्होंने अपने करियर में 6 वनडे और 2 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। उन्होंने आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2016 में खेला था।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश के बीच अगले महीने टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। इस सीरीज से पहले भारतीय गेंदबाज बरिंदर सरन (Barinder Sran) ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की जानकारी दी। बरिंदर सरन (Barinder Sran) ने अपने करियर में 6 वनडे और 2 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। उन्होंने आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2016 में खेला था।
धोनी की कप्तानी में किया डेब्यू
- बरिंदर सरन ने 15 जून, 2016 को जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में वनडे डेब्यू किया था।
- महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में डेब्यू करने वाले सरन ने 6 वनडे की 6 पारियों में 38.42 की औसत और 5.34 की इकॉनमी से 7 विकेट चटकाए।
- 2 टी20 इंटरनेशनल में उनके नाम 6 विकेट हैं। इस फॉर्मेट में उनकी औसत 6.83 की और इकॉनमी 5.12 की रही।
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2016 में किया था डेब्यू
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'जैसे ही मैंने ऑफिशियली क्रिकेट से संन्यास लिया मैं कृतज्ञता से भरे दिल के साथ अपनी यात्रा को याद करता हूं। 2009 में बॉक्सिंग से स्विच करने के बाद से क्रिकेट ने मुझे अनगिनत और अविश्वसनीय अनुभव दिए हैं। तेज गेंदबाजी जल्द ही मेरा भाग्यशाली आकर्षण बन गई और आईपीएल फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व करने के लिए दरवाजे खुल गए, अंततः 2016 में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सर्वोच्च सम्मान मिला।'
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छोटा सा रहा इंटरनेशनल करियर
उन्होंने अपनी पोस्ट मे लिखा, 'भले ही मेरा इंटरनेशनल करियर छोटा था, लेकिन उस दौरान बनाई गई यादें हमेशा संजोई रहेंगी। मुझे सही कोच और मैनेजमेंट देने के लिए मैं ईश्वर का सदैव आभारी हूं, जिन्होंने मेरी पूरी जर्नी में मेरा साथ दिया। जैसे ही मैं इस नए अध्याय की शुरुआत कर रहा हूं, मैं क्रिकेट द्वारा मुझे दिए गए अवसरों के लिए बहुत आभारी हूं। अंत में जैसा कि कहा जाता है, "आसमान की तरह, सपनों की भी कोई सीमा नहीं होती", इसलिए सपने देखते रहें।'
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