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    ICC बैठक में BCCI-PCB के बीच टकराव की संभावना, ACC प्रमुख Mohsin Naqvi ने भारत को एशिया कप ट्रॉफी सौंपने के लिए रखी ये शर्त

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 07:09 PM (IST)

    Mohsin Naqvi: बीसीसीआई और पीसीबी के बीच आगामी आईसीसी बैठक में टकराव की संभावना है। पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी एशिया कप ट्रॉफी व्यक्तिगत रूप से भारत को सौंपने पर अड़े हैं। उन्होंने दुबई में 10 नवंबर को एक समारोह का प्रस्ताव रखा है, जहां बीसीसीआई प्रतिनिधि और भारतीय खिलाड़ी ट्रॉफी प्राप्त कर सकते हैं। नकवी का दावा है कि बीसीसीआई ने मूल समारोह में ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। बीसीसीआई को अफगानिस्तान और श्रीलंका का समर्थन प्राप्त है। पीसीबी ने आईसीसी बैठक में संभावित विवाद के लिए एक डोजियर तैयार किया है।  

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    ICC बैठक में BCCI-PCB के बीच टकराव की संभावना

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की अगले महीने होने वाली बैठक में टकराव की स्थिति बन सकती है, क्योंकि पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के प्रमुख के तौर पर व्यक्तिगत रूप से भारत को एशिया कप ट्राफी सौंपने के अपने रुख से पीछे नहीं हट रहे हैं। 

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    बीसीसीआई और अन्य एसीसी सदस्य देशों को भेजे गए जवाब में नकवी ने जोर देकर कहा है कि वह 10 नवंबर को दुबई में एक समारोह आयोजित करने के इच्छुक हैं, जहां बीसीसीआइ का प्रतिनिधि और भारतीय टीम का कोई भी उपलब्ध खिलाड़ी उनसे ट्राफी ले सकता है। 

    नकवी ने अपने जवाब में लिखा कि एसीसी ट्रॉफी सही मायने में भारतीय क्रिकेट टीम की है और यह तब तक एसीसी मुख्यालय में रखी रहेगी जब तक बीसीसीआई का कोई पदाधिकारी किसी भी उपलब्ध प्रतिभागी खिलाड़ी के साथ एसीसी अध्यक्ष से इसे प्राप्त नहीं कर लेता।

    उन्होंने कहा कि इसके लिए भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा, क्योंकि हमें स्थापित परंपराओं से नहीं हटना चाहिए और कोई भी ऐसी मिसाल नहीं कायम की जानी चाहिए जो उस खेल की भावना को कमजोर करे जिसे हम सभी प्यार करते हैं। आइसीसी के अध्यक्ष बीसीसीआइ के पूर्व सचिव जय शाह हैं। नकवी का यह जवाब बीसीसीआइ द्वारा एशिया कप ट्रॉफी विवाद पर एसीसी को लिखे गए पत्र के बाद आया है।

    अफगानिस्तान और श्रीलंका के बोर्ड ने भी इस मामले में भारतीय बोर्ड का समर्थन किया है। इस प्रतिक्रिया से बीसीसीआई और पीसीबी के बीच अविश्वास और तनाव का स्तर स्पष्ट रूप से पता चलता है। नकवी ने अपने जवाब में कहा कि जहां तक आपके पत्र के शेष भाग का सवाल है तो एसीसी अध्यक्ष का कार्यालय ऐसी तुच्छ राजनीति में शामिल नहीं होगा जिसका उद्देश्य चुनिंदा चरमपंथी समूहों को खुश करना हो।

    उन्होंने कहा कि वास्तविक स्थिति यह है कि एसीसी कार्यालय या टूर्नामेंट निदेशक के साथ कभी भी ऐसा कोई आधिकारिक संवाद नहीं किया गया, जिसमें पुरस्कार वितरण समारोह के संबंध में बीसीसीआइ की स्थिति या चिंता को उजागर किया गया हो। 

    नकवी ने कहा कि जब समारोह शुरू होने वाला था और विशिष्ट अतिथि मंच पर अपना स्थान ग्रहण कर चुके थे, तभी बीसीसीआइ के प्रतिनिधि ने बताया कि भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप ट्रॉफी और पुरस्कार ग्रहण नहीं करेगी। इस गतिरोध को दूर करने के लिए प्रयास किए गए जिसके कारण समारोह में काफी विलंब हुआ। जवाब में कहा गया है कि एसीसी अध्यक्ष ने प्रतिष्ठित अतिथियों के साथ लगभग 40 मिनट तक इंतजार किया, ताकि पुरस्कार वितरण समारोह की अखंडता बनी रहे और राजनीति से उस पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, लेकिन यह प्रयास व्यर्थ रहा।

    पीसीबी के एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया कि बोर्ड के कानूनी विभाग को पहले ही एक डोजियर तैयार करने का निर्देश दिया जा चुका है, ताकि अगर बीसीसीआइ के अधिकारी आईसीसी बोर्ड की बैठक में नकवी की निंदा करने की कोशिश करें, तो उन्हें इसका जवाब दिया जा सके। बीसीसीआई पहले ही इस मामले को आईसीसी की बैठक में उठाने के संकेत दे चुका है।

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