'कुछ खिलाड़ी कप्तान के खास,' क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अमित मिश्रा ने धोनी-कोहली पर साधा निशाना!
अमित मिश्रा ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद बड़ा खुलासा किया है। मिश्रा ने बिना नाम लिए एमएस धोनी और विराट कोहली पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ खिलाड़ी कप्तान के पसंदीदा होते हैं। बता दें कि मिश्रा का क्रिकेट करियर दो अलग-अलग दौर से गुजरा। पहला अनिल कुंबले की जगह लेना और दूसरे अश्विन-जडेजा के प्रतिस्पर्धा से निपटने का था।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। अमित मिश्रा के शुरुआती और अंतिम अंतरराष्ट्रीय करियर के दो अलग-अलग दौर रहे। पहला दौर महान अनिल कुंबले की जगह लेने के साथ आने वाले नए खिलाड़ियों के भारी दबाव से निपटने में बीता। दूसरा दौर रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के उभरने से पैदा हुई प्रतिस्पर्धा से निपटने का था।
एक ऑफ स्पिनर और दूसरा बाएं हाथ का स्लो ऑर्थोडॉक्स, जो महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की योजनाओं के बिल्कुल अनुकूल था। तब तक टेस्ट मैचों की बल्लेबाजी का स्वरूप बदल चुका था। इसलिए 22 टेस्ट मैच में मिश्रा के 76 विकेट एक गेंदबाज के रूप में उनकी क्षमता का उचित आकलन नहीं होंगे।
अमित मिश्रा ने साधा निशाना
मिश्रा के पास एक तेज लेग-ब्रेक और एक आकर्षक गुगली थी, लेकिन अश्विन-जडेजा के बाद वे तीसरे विकल्प के रूप में कम इस्तेमाल किए गए। पीटीआई वीडियोज को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि यह बहुत निराशाजनक बात थी। कभी आप टीम में होते हैं, कभी बाहर। कभी आपको अंतिम एकादश में मौका मिलता है, कभी नहीं। बेशक, यह निराशाजनक है और इसमें कोई शक नहीं कि मैं कई बार निराश हुआ।
'कुछ खिलाड़ी कप्तान के पसंदीदा'
मिश्रा ने कहा, कुछ खिलाड़ी कप्तान के पसंदीदा होते हैं। लेकिन इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। आपको बस जब भी मौका मिले, खुद को साबित करना होता है। जैसा कि मैंने कहा, ये चीजें मायने नहीं रखतीं। कभी-कभी कोई खिलाड़ी जो आपसे बेहतर प्रदर्शन करता है। उसे ज्यादा पसंद किया जाता है, लेकिन जब आप अच्छा प्रदर्शन करने लगते हैं, तो सब कुछ बदल जाता है।
अमित ने आगे कहा, मैंने तीन दशकों में 25 साल क्रिकेट खेला है। सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों के साथ, एमएस धोनी जैसे कप्तानों के साथ और रोहित शर्मा जैसे मौजूदा सितारों के साथ। क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया है- सम्मान, पहचान और उद्देश्य।
आखिरी बार 2017 में खेला था
गौरतलब हो कि यह विडंबना ही लग सकती है लेकिन, मिश्रा का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2017 में बेंगलुरु में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 मैच था। उन्होंने बल्लेबाजी के लिए स्वर्ग माने जाने वाले चिन्नास्वामी स्टेडियम में 4 ओवर में 23 रन देकर 1 विकेट लिया था। अगर अलग-अलग देखा जाए तो ये आंकड़े शानदार हैं।
हालांकि, उसी मैच में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने 25 रन देकर 6 विकेट लिए। इसके बाद मिश्रा भारत के लिए कभी टी-20 मैच भी नहीं खेले। जबकि वह आईपीएल के दिग्गज खिलाड़ी हैं। उन्होंने 162 मैच में 174 विकेट लिए हैं, जिसमें 2008 में पहले संस्करण में ली गई हैट्रिक भी शामिल है।
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