IND vs ENG: आकाश दीप ने नो-बॉल पर जो रूट को आउट किया? कमेंटेटर ने अंपायर की गलती बताई
बर्मिंघम के एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट के चौथे दिन भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप द्वारा इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जो रूट को आउट करने से विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जिस गेंद पर रूट बोल्ड हुए वह नो-बॉल थी। इससे क्रिकेट जगत में नई बहस छिड़ गई है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। एजबेस्टन टेस्ट मैच में टीम इंडिया की पकड़ मजबूत हो गई थी। दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन के खेल के बाद भारत ने इंग्लैंड पर दबाव बना दिया था। भारतीय टीम ने इंग्लैंड को इस मुकाबले की चौथी पारी में 608 रनों का टारगेट दिया है, जिसके बाद दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 72 के स्कोर तक तीन विकेट गंवा दिए थे।
चौथे दिन के आखिरी सेशन में भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी को 427 रनों के स्कोर पर घोषित कर दिया था। इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने अपने दोनों ओपनिंग बल्लेबाज के अलावा जो रूट के रूप में एक बड़ा विकेट भी गंवा दिया। हालांकि, रूट के आउट होने पर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। सवाल उठने लगे हैं कि क्या रूट को अंपायर की गलती के चलते नो बॉल पर आउट दिया गया?
𝐑𝐨𝐨𝐭 𝐟𝐚𝐥𝐥𝐬 𝐭𝐨 𝐃𝐞𝐞𝐩 🥶#AkashDeep uproots #JoeRoot with a searing in-swinger, his second wicket puts England firmly on the back foot 🤩#ENGvIND 👉 2nd TEST, Day 4 | LIVE NOW on JioHotstar ➡ https://t.co/2wT1UwEcdi pic.twitter.com/avu1sqRrcG
— Star Sports (@StarSportsIndia) July 5, 2025
बैकफुट नो-बॉल पर छिड़ी बहस
बता दे कि क्रिकेट में पैर की दो तरह की नो-बॉल होती है। पहले में यदि गेंदबाज का सामने वाला पैर पॉपिंग क्रीज से आगे होता तब अंपायर नो-बॉल का इशारा करते हैं। दूसरी बैकफुट नो-बॉल जब रिटर्न क्रीज पर या उससे बाहर गेंदबाज का पैर होता है। तब गेंद को नो-बॉल करार दी जाती है। आकाश दीप की जिस गेंद पर जो रूट बोल्ड हुए उसमें आकाश दीप का पैर रिटर्न क्रीज के ऊपर हवा में दिख रहा है। इसी को लेकर विवाद खड़ा हो गया।
क्या कहता है MCC का नियम
इसको लेकर कॉमेंट्री बॉक्स में रवि शास्त्री और स्टुअर्ट ब्रॉड के बीच चर्चा भी हुई, जिसमें दोनों ने MCC के नियम 21.5.1 की याद दिलाई। उन्होंने बताया कि आकाश दीप का पैर गेंद रिलीज करते समय रिटर्न क्रीज के ऊपर हवा में था और पिच को नहीं छू रहा था। इस कारण ये गेंद पूरी तरह से नियमों के अनुसार सही थी।
थर्ड अंपायर से हुई गलती
आमतौर पर बैकफुट नो-बॉल की जांच करना थर्ड अंपायर का काम होता है। हालांकि, पॉल रीफेल ने गेंद की वैधता की जांच करने के लिए हस्तक्षेप नहीं किया, जिससे रूट को वापस पवेलियन लौटना पड़ा। इस फैसले ने क्रिकेट जगत को विभाजित कर दिया। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भी 5वें दिन कमेंट्री के दौरान इस बारे में बात करते हुए कहा कि यह एक गलत फैसला था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।