IND vs UAE: टीम मैनेजमेंट की रणनीति में उलझे Arshdeep Singh, इन दो कारणों से प्लेइंग 11 में नहीं मिला मौका
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने अपना अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच ठीक 223 दिन पहले 31 जनवरी 2025 को खेला था और भारतीय टीम ने एशिया कप के पहले मैच के लिए एकत्रित होने से पहले मुंबई में बस एक और मैच खेला था। पंजाब का यह गेंदबाज अब तक 63 मैचों में 99 विकेट झटक चुका है।

पीटीआई, दुबई: बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने अपना अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच ठीक 223 दिन पहले 31 जनवरी 2025 को खेला था और भारतीय टीम ने एशिया कप के पहले मैच के लिए एकत्रित होने से पहले मुंबई में बस एक और मैच खेला था। पंजाब का यह गेंदबाज अब तक 63 मैचों में 99 विकेट झटक चुका है और वह भारत के लिए टी-20 में 100 विकेट लेने वाले सबसे तेज गेंदबाज बनने से सिर्फ एक कदम दूर हैं।
इसके बावजूद उन्हें बुधवार को एशिया कप के पहले मुकाबले में यूएई के विरुद्ध अंतिम 11 में शामिल नहीं किया गया और उनकी जगह स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को उतारा गया। सबसे बड़ा सवाल है कि क्या अर्शदीप किसी 'निगल' (हल्की चोट) से जूझ रहे हैं या फिर टीम प्रबंधन का फोकस सिर्फ बल्लेबाजी की गहराई मजबूत करने पर है। अगर चोट होती, तो टीम प्रबंधन उनकी जगह किसी रिप्लेसमेंट को बुलाता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
दिलचस्प बात यह रही कि यूएई के विरुद्ध मैच की पूर्व संध्या पर अभ्यास में अर्शदीप ने ज्यादातर समय फिटनेस ट्रेनिंग और शार्ट स्पि्रंट्स में लगाया। उन्होंने बल्लेबाजी पर भी हाथ आजमाया, लेकिन गेंदबाजी नहीं की। भारतीय स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच एड्रियन ले रू और गेंदबाजी कोच मार्नी मोर्कल उनकी ट्रेनिंग पर नजर रखे हुए थे। उन्होंने 'रिटर्न टू प्ले' जैसी फिटनेस ड्रिल्स कीं, जिससे सवाल उठे कि क्या वह पूरी तरह फिट नहीं हैं।
हालांकि, टीम से जुड़े एक सूत्र ने साफ किया, अर्शदीप हमेशा ऊर्जा से भरे रहते हैं। उन्हें ट्रेनिंग करना पसंद है। हाल ही में उन्होंने ब्रोंको टेस्ट भी शानदार तरीके से पास किया है।
टीम संयोजन की उलझन
अर्शदीप को बाहर रखने का मामला असल में टीम संयोजन का ज्यादा लगता है। कोच गौतम गंभीर का झुकाव बल्लेबाजी की गहराई और तीन विशेषज्ञों स्पिनरों की रणनीति पर है। वनडे प्रारूप की चैंपियंस ट्राफी में भी दुबई की इसी धीमी पिच पर भारत ने अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती को उतारकर न्यूजीलैंड को हराया था।
चूंकि एशियाई बल्लेबाज वरुण और कुलदीप को पढ़ने में कठिनाई महसूस करते हैं और अक्षर पटेल आठवें नंबर पर बल्लेबाजी कर टीम को गहराई देते हैं, इसलिए इस रणनीति में अर्शदीप की जगह लगभग नहीं बन पा रही है।
अर्शदीप की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जसप्रीत बुमराह अब टीम के मुख्य तेज गेंदबाज हैं और आलराउंडर हार्दिक पांड्या गेंदबाजी में मदद कर रहे हैं। ऐसे में तीसरे तेज गेंदबाज की गुंजाइश सीमित है। यूएई के विरुद्ध उन्हें न खिलाना तो समझा जा सकता है, लेकिन पाकिस्तान जैसे बड़े मैच में क्या गंभीर टीम संयोजन बदलेंगे, यह देखने वाली बात होगी।
पिछले साल जब बुमराह उपलब्ध नहीं थे, तब अर्शदीप को लगातार मौके मिलते रहे, लेकिन अब बुमराह की वापसी और स्पिनरों की मजबूत लाइनअप ने उनकी जगह मुश्किल कर दी है। अर्शदीप को अब धैर्य रखना होगा और खुद को फिट रखते हुए अवसर का इंतजार करना होग। फिलहाल टीम प्रबंधन का भरोसा बल्लेबाजी गहराई और तीन स्पिनरों वाली रणनीति पर है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।